परशुराम जयंती पर राकेश त्रिवेदी ने लिया ब्राह्मण समाज की रक्षा का संकल्प
- प्रबुद्धसभा कार्यालय में धूमधाम से मनाई गई परशुराम जयंती
शिवगढ़,रायबरेली। गत वर्षो की भांति क्षेत्र के ओसाह स्थित प्रबुद्धसभा कार्यालय में प्रबुद्धसभा के जिलाध्यक्ष राकेश त्रिवेदी उर्फ आलू महराज के नेतृत्व में बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक भगवान परशुराम की जयन्ती मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम के आयोजक एवं प्रबुद्धसभा के रायबरेली जिलाध्यक्ष राकेश त्रिवेदी उर्फ आलू महराज द्वारा भगवान परशुराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रबुद्ध समाज द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ भगवान परशुराम की दिव्य आरती एवं भव्य पूजा अर्चना की गई। इस दौरान भगवान परशुराम के जयकारों से प्रबुद्धसभा कार्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रबुद्धजनों को कार्यक्रम आयोजक राकेश त्रिवेदी उर्फ आलू महराज व उनके पुत्र एवं ओसाह प्रधान मनोज त्रिवेदी ने माला पहनाकर सम्मानित किया। शिवगढ़ क्षेत्र ही नही समूची बछरावां विधानसभा से कार्यक्रम में भारी तादाद में उपस्थित प्रबुद्धजनों ने स्वागत से अभीभूत होकर ऐसे भव्य आयोजन के लिए राकेश त्रिवेदी की सराहना करते हुए उनके प्रति आभार प्रकट किया और कहाकि ब्राह्मण समाज के आराध्य भगवान परशुराम की जयंती पर ब्राह्मण समाज को एकता, अखण्डता एवं भाईचारे की डोर में बांधने के लिए किए गए इस आयोजन की जितनी सराहना की जाए कम है। ब्राह्मण समाज के सम्मान, स्वाभिमान की रक्षा के लिए ऐसे आयोजन बहुत जरूरी है। प्रबुद्धजनों ने एक स्वर में राकेश त्रिवेदी को विश्वास दिलाते हुए कहा कि हर कदम पर समूचा ब्राह्मण समाज उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहने के साथ ही साथ उनके कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलने का काम करेगा।
राकेश त्रिवेदी उर्फ आलू महाराज ने कार्यक्रम में आए सभी प्रबुद्धजनों का तहे दिल से आभार प्रकट करते हुए कहा कि हर साल की तरह मेरे एक निवेदन पर सभी ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाकर ब्राह्मण समाज को गौरवान्वित करने का काम किया है जिसके लिए मैं सभी का सदा आभारी रहूंगा। उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम की जयन्ती पर संकल्प लेता हूं कि ब्राह्मण समाज की रक्षा एवं स्वाभिमान के लिए कभी भी पीछे नहीं हटूंगा। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में ब्राह्मण समाज के साथ अन्याय, अपमान एवं शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।