नयन मर्डर मिस्ट्री का खुलासा,पार्टनर को फ़साने के लिए साथी ने की हत्या

मुन्ना सिंह /बाराबंकी : हैदरगढ़ कोतवाली पर वादिनी जूली कुमारी पत्नी नयन कुमार चौधरी निवासिनी डकवर टोली महोदीनगर थाना रोसरा जनपद समस्तीपुर (बिहार), हाल पता- इन्दिरा नगर जनपद लखनऊ द्वारा सूचना दी गई कि उसके पति नयन कुमार चौधरी व शैलेन्द्र कुमार निवासी सिधौली जनपद सीतापुर एवं राहुल मौर्य पुत्र अनिल कुमार मौर्य निवासी पिलहटी थाना कुर्सी जनपद बाराबंकी के साथ मिलकर एक पिकप से जानवरों के सीमेन का क्रय-विक्रय का कार्य करते थे। कुछ दिन पूर्व रुपयों के लेन देन को लेकर शैलेन्द्र से विवाद हुआ था एवं शैलेन्द्र इस पार्टनरशिप से अलग हो गया था एवं नयन कुमार चौधरी डॉक्टरों को सीमेन बेचने के लिए निकले थे और दिनांक 25.01.2024 की रात्रि इन्हीं लोगों द्वारा मिलकर उनकी हत्या कर दी गई । उक्त सूचना पर थाना हैदरगढ़ पर मु0अ0सं0 31/2024 धारा 34/302/120बी भादवि बनाम शैलेन्द्र कुमार व राहुल मौर्य पंजीकृत किया गया।
पुलिस अधीक्षक बाराबंकी दिनेश कुमार सिंह द्वारा घटना से सम्बन्धित समस्त पहलुओं की जांच कर घटना का अनावरण एवं संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया तथा आवश्यक निर्देश दिए गये। इसी क्रम में सर्विलांस व थाना हैदरगढ़ की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा साक्ष्य संकलन व डिजिटल डेटा की मदद से घटना का सफल अनावरण करते हुए अभियुक्त राहुल मौर्य पुत्र अनिल कुमार मौर्य निवासी पिलहटी थाना कुर्सी जनपद बाराबंकी को दिनांक 26.01.2024 को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के कब्जे से एक अदद पिकप, 13 अदद कण्टेनर सीमेन व तमंचा मय खोखा कारतूस बरामद किया गया। अभियोग उपरोक्त की विवेचना में बरामदगी/साक्ष्य के आधार पर धारा 3/25 आर्म्स एक्ट की बढ़ोत्तरी एवं धारा 34/120बी भादवि की घटोत्तरी की गई। विवेचना से नामित आरोपी शैलेन्द्र कुमार पुत्र स्व0 अयोध्या प्रसाद निवासी मंगरौरा थाना सिधौली जनपद सीतापुर की उक्त अभियोग से सम्बन्धित अपराध कारित करने में संलिप्तता नहीं पायी गई।
अभियुक्त राहुल मौर्य, मृतक नयन कुमार चौधरी व शैलेन्द्र कुमार पूर्व में लखनऊ की UPADI नामक कम्पनी में काम करते थे तथा वहीं से एक दूसरे से परिचित थे। शैलेन्द्र व नयन ने कम्पनी से काम छोड़ कर अलग नयन की पत्नी जूली के नाम अल्फा जेनेटिक प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी खोल कर सीमेन के क्रय विक्रय का काम करने लगे एवं कुछ समय बाद राहुल मौर्य भी पूर्व की कम्पनी छोड़कर इन्हीं लोगों के साथ 01 लाख रुपये कम्पनी में लगाकर काम करने लगा। कम्पनी में शैलेन्द्र ने 01 लाख 40 हजार एवं बाकी रुपये नयन ने लगाये थे। पूर्व में किराये के वाहन से कम्पनी का कार्य किया जाता था। तीनों ने आपस में एक पिकप लेने की योजना बनाई। कम्पनी के खाते में रुपयों का अधिक लेन-देन नहीं था और न ही उसमें ज्यादा रुपये थे एवं शैलेन्द्र एवं नयन के पास भी गारण्टी के तौर पर ऐसा कोई कागजात या प्रापर्टी नहीं थी जिससे गाड़ी फाइनेन्स हो सके। इस पर अभियुक्त राहुल के पिता के खेत के कागजात व बैंक खाता आदि लगा कर गारण्टर बनाकर पिकप राहुल के नाम ले लिया गया एवं उसकी मासिक किस्त करीब 17 हजार रुपये को मुंशी पुलिया स्थित कोटेक महिन्द्रा बैंक के कम्पनी खाते से राहुल के पिता के खाते पर ट्रांसफर कर दिया जाता था। पिछले वर्ष अभियुक्त राहुल व शैलेन्द्र सीमेन लेकर जनपद फर्रुखाबाद गये थे जिसके विक्रय से करीब 23 हजार रुपये प्राप्त हुए थे, जिसे शैलेन्द्र ने गायब होने की बात नयन से बताई किन्तु राहुल द्वारा नयन से बताया गया कि यह रुपये शैलेन्द्र ने अपने पास ही रख लिये हैं। रुपयों के लेन देन को लेकर शैलेन्द्र व नयन के मध्य अनबन होने के कारण नयन ने शैलेन्द्र को कम्पनी से निकाल दिया तथा उसके द्वारा कम्पनी में लगाये गये रुपयों में से 1 लाख 20 रुपये भी वापस कर दिये गये थे। शेष 20 हजार रुपयों को लेकर शैलेन्द्र व नयन के बीच विवाद बना रहा। राहुल व शैलेन्द्र के मध्य कम्पनी को लेकर बात चीत होती थी जिसे राहुल, नयन व उसकी पत्नी से बढ़ा चढ़ाकर बताता था कि शैलेन्द्र बाकी रुपयों को लेकर नाराजगी व्यक्त करता है तथा नयन को जान से मारने व मुकदमा लिखा देने की बात भी कहता है। कम्पनी के हिसाब किताब का पूरा ब्यौरा नयन स्वयं अपने पास रखता था इस पर राहुल भी नाराज रहता था और राहुल के पैसे मांगने पर नयन, राहुल को भी शैलेन्द्र की तरह कम्पनी से निकाल देने की धमकी देता था। अभियुक्त राहुल मौर्य कम्पनी पर एकाधिकार के लिए एक सुनियोजित योजना के तहत यह सोचकर कि वह नयन की हत्या कर देगा जिससे नयन की पत्नी बिहार चली जायेगी और कम्पनी व पिकप पर उसकी अधिकार हो जायेगा, एक तमंचा अपने पास छुपाकर रखता था।

दिनांक 25.1.2024 को नयन व राहुल सीमेन बेचकर जनपद रायबरेली व अमेठी से वापस लखनऊ आ रहे थे। नयन टोल बचाने के लिए टोल गेट से पहले हमेशा हाइवे के बजाय वैकल्पिक मार्ग जो औसानेश्वर मोड़ से होकर निकलता है, का प्रयोग करता था। घटना के दिन भी उसी मार्ग का प्रयोग करने पर रौनी अण्डर पास के पास अभियुक्त राहुल मौर्य द्वारा नयन कुमार चौधरी के सिर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई एवं उक्त अपराध से बचने के लिए स्वयं ही पुलिस को सूचना देकर शैलेन्द्र को फंसाने के लिए मनगढंत कहानी बताई गई।

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