काशी विश्वनाथ धाम: दर्शन व पूजन के बाद ही कारीगर तैयार करेंगे बाबा के लिए महाप्रसाद, विजयदशमी से बदली व्यवस्था
Kashi Vishwanath Temple: काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और पूजन के बाद ही कारीगर बाबा के लिए महाप्रसाद तैयार करेंगे। मंदिर न्यास ने पुराणों के अध्ययन के आधार पर तंदूल महाप्रसाद के निर्माण को हरी झंडी दी है।
श्री काशी विश्वनाथ धाम में विजयदशमी से प्रसाद की व्यवस्था बदल गई। शनिवार को मंदिर के काउंटर से मंदिर न्यास के अपने प्रसाद तंदूल महाप्रसाद की बिक्री शुरू हो गई है। कारीगर नहाने और पूजन करने के बाद ही बाबा का यह प्रसाद तैयार करेंगे।
पुराणों के अध्ययन के आधार पर न्यास ने इस प्रसाद के निर्माण को हरी झंडी दी है। शनिवार को विजयदशमी पर तंदूल महाप्रसाद का भोग श्री काशी विश्वनाथ जी की भोग आरती में अर्पित किया।
इसके बाद मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने प्रसाद खरीदकर इसकी शुरुआत की। न्यास ने सभी गुणवत्ता मानकों का पालन कर यह विशिष्ट प्रसाद तैयार करवाया है। ट्रस्ट ने प्रसाद निर्माण के लिए बनास डेयरी (अमूल) से समझौता किया है।
आरोप- बिना नोटिस बंद किया प्रसाद लेना
महालक्ष्मी ट्रेडर्स के अशोक कुमार सेठ ने बताया कि उनको एक दिन पहले बताया गया कि आपका अनुबंध समाप्त कर दिया गया है। बिना नोटिस दिए शुक्रवार की शाम को चार बजे हमें जानकारी दी गई
जवाब- समय सीमा अगस्त में हुई समाप्त
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि महाप्रसाद बनाने वाली संस्थाओं का अनुबंध 31 अगस्त को ही समाप्त हो गया था। उनको पहले से ही जानकारी भी दे दी गई थी।