एम्बुलेंस कर्मियों को दिया आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षण
रिपोर्ट – उपेंद्र शर्मा
एम्बुलेंस कर्मियों को दिया आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षण
ऑक्सीजन लगाना, बीपी चेक करना, स्ट्रेचर का सही ढंग से प्रयोग करना सिखाया गया
– एंबुलेंस रखरखाव के बारे में भी कर्मचारियों को दी गयी जानकारी
बुलंदशहर, 28 जुलाई 2022। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, जिसमें निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा की अहम भूमिका है। इसके माध्यम से सामान्य मरीज, गर्भवती, हादसे में गम्भीर घायल लोगों को प्राथमिक उपचार के साथ जल्दी नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। संचालित निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा को बेहतर करने के लिए जनपद में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दानपुर पर तैनात एम्बुलेंस कर्मियों को आपात स्थिति से निपटने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि एम्बुलेंस कर्मी समय से मरीज को प्राथिमक उपचार दे सकें।
जिला एंबुलेंस प्रोग्राम मैनेजर योगेंद्र कुमार ने बताया जनपद में एम्बुलेंस सेवा को और बेहतर बनाने के लिए लखनऊ से आयी टीम द्वारा एम्बुलेंस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद एम्बुलेंस कर्मी अपने कार्य और बेहतर कर सकेंगे। प्रशिक्षित कर्मी आपात स्थिति को समय रहते सकुशल निपटा सकेंगे। उन्होंने बताया – जनपद के हाईवे पर 108 की सभी एंबुलेंस के लिए निर्धारित स्थान चिन्हित दिये गये हैं, जिससे सूचना मिलते ही घटनास्थल पर चंद मिनट में एंबुलेंस पहुंच जाती है और जल्दी ही मरीज को अस्पताल में भर्ती करा दिया जाता है।
मरीज की हालत गम्भीर होने पर उनको बेहतर इलाज देने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। शुक्रवार को जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दानपुर में तैनात एम्बुलेंस कर्मियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। विषम परिस्थितियों में भी कर्मचारी खुद की परवाह न कर सेवाभाव को प्रमुखता देते हैं। उन्होंने बताया शासन द्वारा उपलब्ध एंबुलेंस सेवा बिल्कुल निःशुल्क है, जिसको 24 घंटे किसी भी आपातकालीन स्थिति में कोई भी व्यक्ति 108 व 102 नंबर पर फोन करके बुला सकता है।
एम्बुलेंस कर्मियों को प्रशिक्षण देने आए एएमएलसी ट्रेनर नवनीत सिंह ने एंबुलेंस कर्मियों को प्रशिक्षण के दौरान समय पर ऑक्सीजन लगाना, बीपी चेक करना, स्ट्रेचर को सही से प्रयोग करना, एंबुलेंस की साफ-सफाई और कुछ जरूरी दवाइयों के बारे में जानकारी दी। यदि मरीज को समय से ऑक्सीजन और प्राथिमक उपचार मिल जाता है तो मरीज की जान बचाई जा सकती है।
बिना वजह न करें परेशान
जिला प्रोग्राम मैनेजर योगेंद्र कुमार ने कहा, जरूरत होने पर ही एंबुलेंस के टोलफ्री नंबर पर फोन करें। बेवजह, झूठी सूचना देकर एंबुलेंस कर्मियों को परेशान न किया जाए।