खुशखबरी : पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना शीघ्र
रिपोर्ट – उपेंद्र शर्मा
- राज्य के अधिकारियों/कर्मचारियों,पेंशनर्स और उनके आश्रितों को मिलेगी पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा
- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत आबद्ध निजी चिकित्सालयों में करा सकेंगे इलाज
- अधिकारियों कर्मचारियों का डाटा एकत्र करने और उसे पोर्टल पर फीड करने के लिए शीघ्र दिया जाएगा प्रशिक्षण
नोएडा, 26 अप्रैल 2022। उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। सरकार जल्दी ही उन्हें निजी चिकित्सालयों में कैशलेस उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने जा रही है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबीपीएमजेएवाई) की तर्ज पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा कार्ड (स्टेट हेल्थ कार्ड) बनेगा।
इसके तहत सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों तथा सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों/ अधिकारियों को प्रति परिवार प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। इस योजना के लिए तैयारी अंतिम चरण में है। शीघ्र ही इसे लागू कर दिया जाएगा। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने दी।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबीपीएमजेएवाई) के नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सीएमओ डा. अशोक कुमार ने बताया योजना को अमली जामा पहनाने के लिए लक्षित लाभार्थियों का ऑनलाइन पंजीकरण किया जाना है। पंजीकरण के लिए ट्रेनर तैयार किये जाने हैं। इनको ट्रेनिंग देने के लिए मास्टर ट्रेनर नियुक्त किये जाएंगे।
उन्होंने बताया शासन स्तर पर नियमित अधिकारी-कर्मचारियों के नाम मास्टर ट्रेनर के लिए विभाग से मांगे गये हैं। शासन से इन्हें योजना के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद यह मास्टर ट्रेनर समस्त राजकीय विभागों के चिन्हित कर्मचारियों को ट्रेनिंग देंगे, ताकि वह अपने-अपने विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों का डाटा निर्धारित पोर्टल पर फीड कर सकें। सेवा निवृत्त अधिकारियों/ कर्मचारियों का डाटा कोषागार से मिलेगा, जहां से वह पेंशन पाते हैं।
डा. अशोक ने बताया- पांच लाख रुपये तक का कैशलेस उपचार पाने के लिए राज्य कर्मचारियों को प्रतिवर्ष 1102 रुपये देने होंगे। यह राशि स्टेट एजेंसी फॉर हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साजीच) को दी जाएगी।
1574 बीमारियों के लिए तय हैं पैकेज
आयुष्मान भारत योजना में बीमारियों के पैकेज तय हैं। इसके तहत अस्पताल उपचार की धनराशि काट सकेंगे। आयुष्मान भारत योजना में अभी 1574 तरह की बीमारियों के पैकेज हैं। इसमें ट्रांसप्लांट योजना अभी शामिल नहीं है। हालांकि अभी हाल ही में मुख्यमंत्री ने किडनी व कार्नियल ट्रांसप्लांट जोड़ने के निर्देश दिये हैं।
भुगतान साचीज करेगी
पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा कार्ड धारकों के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत आबद्ध निजी चिकित्सालयों में कैशलेस उपचार की व्यवस्था होगी। इलाज की धनराशि का भुगतान स्टेट एजेंसी फॉर हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) करेगी। यह यह धनराशि आयुष्मान भारत योजना के तहत तय पैकेज के अनुसार अस्पताल को मिलेगी।
नियुक्त किये जा रहे हैं मास्टर ट्रेनर
डा. अशोक ने बताया प्रदेश के प्रत्येक जनपद से कम से कम दो ऐसे सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों के नाम मांगे गये हैं, जिन्हें कम्प्यूटर का पर्याप्त ज्ञान हो। अधिकारियों/कर्मचारियों को योजना के संबंध में स्टेट एजेंसी फॉर हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर जनपद के विभिन्न सरकारी विभागों के चिन्हित कर्मियों को प्रशिक्षण देंगे, जिससे सभी सरकारी विभागों के लाभार्थियों का त्वरित पंजीकरण किया जा सके। संविदा कर्मियों को मास्टर ट्रेनर नहीं बनाया जाएगा, इसके लिए नियमित सरकारी कर्मचारियों का चयन किया जाएगा। जनपद गौतमबुद्धनगर से मास्टर ट्रेनर के लिए नाम भेज दिये गये हैं।
बढ़ायी जाएगी योजना से आबद्ध अस्पतालों की संख्या
योजना के नोडल अधिकारी ने बताया सभी लाभार्थियों को गुणवत्ता परक उपचार मिले, इसके लिए जनपद में आयुष्मान भारत से आबद्ध चिकित्सालयों की संख्या बढ़ायी जाएगी। योजना में उन्हीं अस्पतालों को जोड़ा जाएगा जो निर्धारित कसौटी और मापदंडों को पूरा करेंगे।