दैनिक जीवन में अपनायें ये दिनचर्या, रहें स्वस्थ और खुशहाल

मेडिटेशन को अपने दैनिक रूटीन का हिस्सा बनाएं। यह आपको मानसिक तौर पर मजबूत बनाता है। प्रतिदिन सुबह उठकर एक या दो गिलास पानी पिएं। इससे पाचन क्रिया एक्टिव बनी रहती है। डांस करना बहुत अच्छी एक्सरसाइज है। डांस के माध्यम से हम स्ट्रेस फ्री और फिट रह सकते है।

 

याददाश्त बढ़ाने के लिए प्रतिदिन सुबह प्राणायाम और योगासन करें। कुछ ही दिनों के अन्तराल में आप इसका प्रभाव महसूस करेंगे। दिन में एक बार खुलकर हंसें। इससे आपके अंदर का सारा तनाव और गुस्सा दूर हो जाएगा और आप हल्का महसूस करेंगे। विटामिन सी प्रचुर मात्रा में लेने से आपकी त्वचा अच्छी बनेगी और शरीर में आयरन को पचाने में मदद भी मिलेगी।

मन को शांत रखना चाहते हैं तो माफ करना सीखें। जो लोग झगड़ों से बचे रहते हैं वे गुस्से, तनाव और चिंता से दूर रहते हैं। माफ न करने वाले लोग अधिक असंतुष्ट रहते हैं। पाचन क्रिया को एक्टिव रखने के लिए एक ही समय में बहुत सा भोजन न खाएं। अच्छा होगा कुछ अंतराल के बाद थोड़ा-थोड़ा खाएं। पानी खूब पिएं ताकि खाना पचने में आसानी हो। सप्ताह में एक दिन उपवास अवश्य करें। इससे हमारे पाचन सिस्टम को आराम मिल जाता है। उपवास के दिन बस ताजा फ्रूट जूस और सूप का सेवन कर सकते हैं।

 

सर्दियों में गाजर को अपने आहार का महत्त्वपूर्ण भाग बनाएं। गाजर हमारे शरीर के लिए उत्तम है। जिम में मशीनों पर वर्क आऊट करते समय प्रफेशनल गाइडेंस लें क्योंकि थोड़ी-सी लापरवाही आपके लिए खतरनाक हो सकती है। यदि प्रात: काल जूस पिएं तो शरीर और दिमाग के लिए यह अति उत्तम होता है। वैसे दिन में भी पीने से आप फिट रहेंगे और त्वचा भी ग्लो करेगी।

 

नीम की ताजी छोटी मुलायम पत्तियों का अर्क निकालकर पीने से खून साफ होता है और त्वचा पर दाने नहीं निकलते। प्याज का सलाद के रूप में सेवन तो अच्छा माना जाता है। इससे हाजमा ठीक रहता है और यह लू से भी बचा कर रखता है।एक्सरसाइज एकदम ज्यादा या अचानक बंद न करें क्योंकि व्यायाम में अधिक उतार चढ़ाव आपको पूरा लाभ नहीं दे पाते। दिन में थोड़ा बहुत शरीर को धूप अवश्य लगवायें ताकि शरीर को विटामिन डी मिलता रह सके। सप्ताह में कम से कम तीन बार जूस पीने से या तीन बार फल खाने से अल्जाइमर को दूर रखा जा सकता है।

 

एक ही पोस्चर में बैठने से मसल्स से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। यदि थोड़ी-थोड़ी देर में पोस्चर बदलते रहें तो इन से बचा जा सकता हैै। शरीर के बाकी व्यायाम के साथ आंखों का व्यायाम करना न भूलें। आंखों के व्यायाम से दृष्टि रोग से बचा जा सकता है और आंखों की चमक भी बनी रहती है। रेग्युलर चेकअप के साथ साथ आंखों, दांतों का चेकअप भी अवश्य करवाएं।

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