पशु आश्रय केन्द्र बेड़ारु में बाहरी पशुओं के लाए जने से फूटा बेड़ारु गांव के किसानों का गुस्सा
शिवगढ़,रायबरेली। पशु आश्रय केंद्र बेड़ारु में भारी संख्या में इकट्ठा हुए किसानों ने जमकर हंगामा किया। किसानों की हंगामे की सूचना पर भारी तादाद में पुलिस मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों बताया बाहर से 5 पिकअपों में भरकर मवेशी छोड़ने के लिए गौशाला लाया गया। गुरुवार की शाम करीब 6 बजे छुट्टा मावेसियों से भरे 5 पिकअप जैसे ही पशु आश्रय केंद्र बेडारू पहुंचे वैसे ही इसकी भनक गांव के किसानों को लग गई।
गांव के किसान भारी संख्या में इकट्ठा हो गए, गांव के लोगों को इकट्ठा होने की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गई। गांव के लोगों का आरोप है कि गांव में 300 से अधिक छुट्टा मवेशी घूम रहे हैं उनको इस पशु आश्रय केंद्र में नहीं रखा गया। बाहरी गांव के लोग पशुओं को लेकर यहाँ क्यों आए हैं।
समाचार लिखे जाने तक कृषक विरोध कर रहे थे। गांव के लोगों का कहना है कि जब तक इन पशुओं को वापस नहीं ले जाया जाएगा तब तक हम लोग यहां से नहीं जाएंगे। अगर इन पशुओं को इस पशु आश्रय केंद्र में रखा गया तो गांव में जो छुट्टा मावेशी घूम रहे हैं उनको कहां रखा जाएगा। पशु आश्रय केंद्र के बाहर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात है। इंचार्ज थाना प्रभारी मनोज कुमार यादव ने बताया कि जहां से यह पशु आए हैं वहां पर इन पशुओं को वापस भेजा जाएगा। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए समाचार लिखे जाने तक भारी संख्या में ग्रामीण व पुलिस बल मौजूद रहा।
प्रधान पति विनोद कुमार ने बताया कि 155 पशुओं की क्षमता इस पशु आश्रय केंद्र की है जबकि वर्तमान में 195 पशु हैं। कहां से इन पशुओं को लाया गया इस बारे में नहीं बता सकते हैं। लेकिन अधिकारियों से बात हुई है जो बाहर से पशु आए हैं इनको वापसी के लिए पिकअप पर लोड किया जा रहा है।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी