शिवगढ़ सीएचसी में महिला चिकित्सक की तैनाती की मांग
- जान जोखिम में डालकर नर्सिंग होमों में इलाज को जाने को मजबूर महिलाएं
शिवगढ़,रायबरेली। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ में महिला चिकित्सक की तैनाती न होने से सीएचसी में इलाज के लिए आने वाली महिलाओं को मजबूरी में जान जोखिम में डालकर प्राइवेट नर्सिंग होमों में जाना पड़ता है।

महिला चिकित्सक की तैनाती न होने से स्टाफ नर्सों के भरोसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चल रहा है। गौरतलब हो कि जहां प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है ताकि अस्पताल में आने वाले मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। किन्तु विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। करीब सवा लाख आबादी वाले शिवगढ़ क्षेत्र में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ में वर्तमान समय में एक भी महिला डॉक्टर की तैनाती नहीं है जिसके चलते अस्पताल में आने वाली महिलाएं महिला रोग से सम्बन्धित बातें पुरुष चिकित्सकों के समक्ष खुलकर नहीं बोल पाती। लिहाजा उन्हें इलाज के लिए अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होमों का सहारा लेना पड़ता है।
क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता नन्दकिशोर तिवारी, अजय कुमार, जिला पंचायत सदस्य अंजली पासी, सभासद उमेश कुमार सहित लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ में महिला चिकित्सक की तैनाती की मांग की है। आंकड़ों की माने तो शिवगढ़ नगर पंचायत में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन 50 से 100 महिला ओपीडी होने के साथ ही पुराने पर्चों को मिलाकर 200 से 250 महिलाएं इलाज के लिए आती हैं। वहीं करीब आधा दर्जन प्रसव प्रतिदिन कराए जाते हैं। इसके बावजूद महिला चिकित्सक की तैनाती न होने से इलाज के लिए आने वाली महिलाओं को मायूस होकर वापस लौटना पड़ता है।
सीएचसी अधीक्षक डा.अमित सिंह ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ. सुनीता कुमारी तैनात थी जिनका 1 जुलाई 2023 को लखनऊ स्थानांतरण हो गया है जिसके बाद से अस्पताल में कोई महिला चिकित्सक नहीं है।

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