दीपोत्सव 2024: सरयू तट पर 1100 लोग करेंगे आरती, अयोध्या में बनेगा विश्व कीर्तिमान, तैयारी के बारे में जानिए
.एन. दास, अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव को भव्य और दिव्य बनाने की पूरी तैयारी चल रही है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार होने वाले दीपोत्सव के लिए लखनऊ से लेकर अयोध्या तक तैयारियां तेज हो गईं है। इस बार दीपोत्सव में ज्यादा से ज्यादा दीये प्रज्ज्वलित करने के रेकॉर्ड के अलावा पर्यटन विभाग की ओर से सरयू घाट पर एक साथ 1,100 लोगों को आरती करवाने का गिनेस बुक ऑफ रेकॉर्ड बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। अयोध्या मंडल के कमिश्नर गौरव दयाल ने मंगलवार को इस आयोजन के लिए जुटने वाले सभी विभागों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की।
कमिश्नर ने कहा कि इस बार होने वाले वाले आयोजन को भव्य, दिव्य और विश्वस्तरीय बनाने के लिए सभी संबंधित अधिकारी अपने दायित्वों को गुणवत्ता पूर्ण तरीके से पूरा करें। उन्होंने कहा कि इस बार दीपोत्सव के तहत 25 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर नया रेकॉर्ड बनाने का लक्ष्य तय किया जा चुका है। ऐसे में सभी को इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जुटाना होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ इसमें मौजूद होकर क्रार्यक्रम को अलग रंग देंगे।
जिम्मेदारियों के बारे में ली जानकारी
बैठक के दौरान कमिश्नर ने दीपोत्सव की तैयारियों में अवध विश्वविद्यालय को दी गई जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी ली। इस पर नोडल विभाग के को-ऑर्डिनेटर ने बताया कि 55 घाटों को चिह्नित कर उनकी मैपिंग हो चुकी है। दीप प्रज्ज्वलन के लिए 30 हजार वॉलंटियर्स को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इन सभी के ऑनलाइन पहचान पत्र बनाने की ऑनलाइन प्रक्रिया जारी है।
को-ऑर्डिनेटर ने यह भी बताया कि दीपोत्सव में भजन संध्या स्थल पर भी 6 लाख दीये प्रज्ज्वलित करने का प्रबंध किया गया है। बैठक में कमिश्नर ने कहा कि दीपोत्सव मेला परिसर में पर्याप्त साफ सफाई व्यवस्था और पर्याप्त संख्या में मोबाइल टॉइलट की व्यवस्था की जाए।
सुरक्षा बेहतर बनाने के निर्देश
आईजी प्रवीण कुमार ने बैठक में सुरक्षा को लेकर समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि मेले के दौरान लगने वाली बैरिकेडिंग मजबूत हो और मेले में की जाने वाली गतिविधियों की पूर्व में मॉक ड्रिल कर ली जाए। डीएम चंद्रविजय सिंह ने राजकीय निर्माण निगम द्वारा करवाए जा रहे घाटों के सौंदर्यीकरण के कार्यों को तुरंत पूरा करने व दीपोत्सव के लिए अन्य चिन्हित घाटों की साफ सफाई एवं अन्य जरूरी आवश्यकताओं को पूर्ण करने के निर्देश दिए।