बिहार में सरकार के निशाने पर कोचिंग सेंटर, हिंसा भड़काने का लग रहा आरोप
बिहार सरकार के निशाने पर कोचिंग सेंटर आ गए हैं। आरोप है कि कोचिंग सेंटर संचालक ही छात्रों को भड़काकर हिंसा करवा रहे हैं। पहले भी कोचिंग सेंटरों पर इस तरह के आरोप बिहार में लगते रहे हैं। पटना के दानापुर में अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ बिहार सरकार सख्त कार्रवाई करने के मूड में भी आ गयी है। पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने समाचार एजेंसी से बातचती में कहा है कि वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप मैसेज के आधार पर ऐसे सुबूत हाथ लग रहे हैं जिनसे पता चल रहा है कि कुछ कोचिंग संचालक अपने लाभ के लिए छात्रों को भड़का रहे हैं। डीएम का कजना है कि इन
सभी के खिलाफ मुकदमा लिखाया जाएगा। डीाएम ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल उपकरणों पर कुछ कोचिंग सेंटरों के वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप संदेश मिले हैं। इसी आधार पर कोचिंग सेंटरों की भूमिका की जांच शुरू कर दी गयी हे। जिन कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता स्थापित होगी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके पहले भी जब सेना भर्ती को लेकर विवाद हुआ था तब बिहार में कोचिंग संचालकों की भूमिका संदिग्ध मिली थी। तब भी कुछ के खिलाफ मुकदमा लिखाया गया था।
अब तक 170 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज, 46 गिरफ्तार
दानापुर रेलवे स्टेशन पर तोडफ़ोड़ के आरोप में 170 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है जबकि 46 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पटना के डीएम ने कहा कि महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बलों को तैनात कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने छात्रों से शांतिपूर्वक विरोध करने की अपील करते हुए कहा कि राष्ट्र की सम्पत्ति का नुकसान ना करें।
12 जिलों में इंटरनेट बंद
आगजनी और अफवाह की वजह से बिहार में नीतीश सरकार सख्त हो गयी है। राज्य के 12 जिलों में इंटरनेट बंद करने का फैसला लिय गया है। जिन जिलों में इंटरनेट सुविधा पर रोक लगाई गई है, उनमें रोहतास, लखीसराय, औरंगाबाद, कैमूर, भोजपुर, बक्सर, सारण, समस्तीपुर, बेगूसराय, नवादा, चंपारण और वैशाली शामिल हैं। यह रोक अलग 48 घंटे तक लागू रहेगी।
अब तक 27 रेलवे स्टेशनों पर तोडफ़ोड़, करोड़ों का नुकसान
सेना की अग्निपथ योजना के खिलाफ शनिवार को भी बिहार के कई जिलों में हिंसा जारी रही। कई कोचों में आग लगा दी गयी। कई वाहन भी फूंक दिए गए। पटना के पास तारेगना रेलवे स्टेशन पर जीआरपी थाना जला दिया गया। यहां कई गाडिय़ों में आग भी लगा दी गयी। बिहार में अब तक 27 रेलवे स्टेशनों पर तोडफ़ोड़ और आगजनी की गई है। 14 ट्रेनों को फूंक दिया गया। पुलिस-प्रशासन के वाहनों के अलावा भाजपा नेताओं के घरों और दफ्तरों को भी निशाना बनाया गया।