बच्चों को अपनी संस्कृति की पहचान होनी चाहिए : रमेश बहादर सिंह
- एसजेएस में होता है बच्चों का सर्वांगीण विकास : अमिता पांडेय
- वार्षिक परीक्षाफल समारोह में नौनिहालों ने मचाया धमाल
रिपोर्ट – अंगद राही
सतांव(रायबरेली)। एसजेएस पब्लिक स्कूल किलौली में वार्षिक परीक्षाफल समारोह का आयोजन किया गया। सभी प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त छात्र-छात्राओं को मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। एसजेएस ग्रुप ऑफ स्कूल्स के चेयरमैन रमेश बहादुर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि आप सभी अभिभावकों ने विद्यालय पर जो भरोसा जताया है निश्चित ही आपके बच्चे एक दिन सफलता प्राप्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि हर एक बच्चे को उसकी संस्कृति की पहचान अवश्य होनी चाहिए।इसके पश्चात ही बच्चा अनुशासन में रहकर अपने उद्देश्य को प्राप्त कर सकते हैं। स्कूल की प्रधानाचार्य अमिता पांडेय ने कहा कि कोविड-19 के दौरान भी एसजेएस ने बराबर कड़ी मेहनत करते हुए सभी अभिभावकों और बच्चों का साथ दिया। उन्होंने कहा कि एसजेएस ही एक ऐसा स्कूल है जो हर बच्चे का सर्वांगीण विकास चाहता है। हमे बच्चे में छिपी प्रतिभा को ढूंढना है और सभी बच्चों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का प्रयास करना है।कार्यक्रम की शुरुआत सुंदर गीतों से हुई जिन गीतों को शिक्षक शुभेंदु और नुसरत खान ने प्रस्तुत किया।
जानकारी देते हुए जनसंपर्क अधिकारी सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि विद्यालय के सभी शिक्षकों ने मिलकर कार्यक्रम का संचालन किया तथा कार्यक्रम में दक्ष तथा सती की जीवन शैली एवं सती दहन, सती पुनर्जन्म, शिव पार्वती विवाह का अद्भुत रूप मंच पर दिखाया गया। इसके पश्चात छोटे-छोटे बच्चों ने बड़ी सुंदर झांकियों का प्रदर्शन किया। सभी अभिभावकों ने शिव बारात का आनंद लिया। इन सभी कार्यक्रमों का आयोजन विशाल त्रिवेदी, रूपा बाजपेई फाल्गुनी सिंह, पूजा वर्मा, शिवानी सिंह, सोनम, शुभेंदु, शिवम, दुर्गेश, रश्मि सिंह, दीक्षा श्रीवास्तव के सहयोग से शुरू संचालित किया गया।