श्री राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख शिल्पकार थे अवेद्यनाथ जी – मनोज कुमार प्रजापति
सहारनपुर : विश्व हिंदू महासंघ द्वारा सहारनपुर में राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की दसवीं पुण्यतिथि मनाई गई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में गोरखपुर से चलकर आए विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार प्रजापति ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।प्रजापति ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र संत ब्रह्मलीन अवेद्यनाथ जी महाराज श्री राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख शिल्पकार और हिंदू संस्कृति उत्थान के प्रमुख प्रेरणा स्रोत रहे। प्रजापति ने बताया कि 19 फरवरी 1980 को मीनाक्षीपुरम में घटित सामुहिक धर्मांतरण की घटना ने गोरक्षपीठाधीश्वर को अंदर तक झकझोर दिया।तभी से पूज्य महाराज जी ने दलित समाज की व्यथा कथा से व्यथित होकर महंत जी ने गांव – गांव, नगर – नगर दलितों,पिछड़ों के साथ बैठकर सहभोज के माध्यम से समाज में एक जबरदस्त सामाजिक क्रांति पैदा की। उन्होंने बताया कि हम गोक्षपीठ से जुड़े हुए हैं,गोरक्षपीठ सामाजिक समरसता की प्रख्यात पीठ है,जहां पर जाति-पात,छुआ-छूत,उच्च – नीच,आगरा – पिछड़ा,दिन – दलित जैसे शब्दों का कोई मतलब नहीं है।आज विश्व हिंदू महासंघ उनकी दसवीं पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए शत-शत नमन करता है। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित ज्ञानेंद्र त्यागी ने कहा कि ना हम बाटेंगे,ना हम काटेंगे।हम सनातनी हैं और सनातनी बनकर ही रहेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित प्रदेश मंत्री बृजेश प्रजापति ने कहा की हम सभी साथियों को मिलजुल कर सामाजिक समरसता बनाए रखने का कार्य करना चाहिए। प्रदेश मंत्री मातृशक्ति आशा सबरवाल ने कहा कि,महिलाएं गांव-गांव जाकर घर-घर जाकर लव जिहाद के विरुद्ध अभियान चलाऐंगी। जिला अध्यक्ष डॉक्टर सतीश कुमार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए सहभोज के माध्यम से समाज हिंदुत्व का प्राण है इस पर जोर देने के लिए कहा। उक्त के अतिरिक्त पंकज वालिया मंडल प्रभारी सहारनपुर,शिवकुमार जिलाध्यक्ष गौरक्षा सहारनपुर, राहुल प्रधान मंडल प्रभारी गौरक्षा सहारनपुर, ओपी गोला मंडल अध्यक्ष मुरादाबाद तथा भारी संख्या में मातृशक्तिया और पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।