प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस में 1685 गर्भवती की हुई प्रसवपूर्व जांच
- 170 गर्भवती उच्च जोखिम गर्भवस्था वाली चिन्हित
रिपोर्ट – उपेंद्र शर्मा
बुलंदशहर। जनपद में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और मातृ-शिशु मृत्युदर को कम करने के उद्देश्य से नौ मार्च को जनपद में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन किया गया। इसमें 1685 गर्भवती की प्रसव पूर्व निशुल्क जांच की गयी। इस दौरान उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं की पहचान कर उन्हें उच्च चिकित्सा केन्द्रों पर रेफर किया गया। इस दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीके सिंह ने बताया- जनपद के जिला अस्पताल सहित 28 शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद की गर्भवती की ब्लड प्रेशर, वजन, हीमोग्लोबिन व पेट की जांच निशुल्क की गई। उन्होंने कहा सभी गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच होना आवश्यक है, जिससे समय पर जोखिम की पहचान कर मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. रोहताश यादव ने बताया गर्भावस्था व प्रसव के समय होने वाले जोखिम से मां एवं शिशु को बचाने के लिए प्रसव पूर्व जांच होना बहुत जरूरी है। जनपद के स्वास्थ्य केंद्रो पर 1685 गर्भवती की निःशुल्क जांच की गई। उन्होंने बताया गर्भावस्था में जब जटिलताओं की संभावना अधिक होती है तो, उस गर्भावस्था को हाई रिस्क प्रेगनेंसी ( उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था) में रखा जाता है और इसका पता लगाने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक के द्वारा प्रसव पूर्व सम्पूर्ण जांच कराना बहुत जरूरी होता है। उन्होंने बताया आशा कार्यकर्ताओं को ज़िम्मेदारी दी गयी है कि वह अपने क्षेत्र की सभी गर्भवती को इस दिवस पर केंद्र पर लाकर उनकी जांच करवाएं।
जिला परामर्शदाता मातृ स्वास्थ्य हिमांशू सचदेवा ने बताया प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर दूसरी व तीसरी तिमाही की गर्भवती पर फोकस रहता है। इसमें उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली गर्भवती को चिन्हित किया जाता है। उनकी स्थिति के हिसाब से उन्हें उच्च स्वास्थ्य केन्द्र पर रेफर किया। जनपद में 170 गर्भवती उच्च जोखिम गर्भवस्था वाली चिन्हित की गयीं। उन्होंने बताया इस अवसर पर परिवार नियोजन अपनाने के लिए गर्भवती की काउंसलिंग भी की गयी। उन्हें बताया गया वह अस्थाई गर्भनिरोधक के रूप में कौन-कौन से साधन अपना सकती हैं। इस अवसर पर उन गर्भवती के बैंक खाते खोले गये जिनका किसी भी बैंकों में खाता नहीं है।