श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से धुल जाते हैं सारे पाप : पं. ऋषि
नेरथुआ में चल रही 7 दिवसीय भागवत कथा ! उमड़ती है श्रोताओं की भीड़
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के नेरुथुवा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथा व्यास पंण्डित ऋषि मिश्रा जी महराज ने अपनी अमृतमयी वाणी से कथा का बखान करते हुए कहा कि भागवत कथा के श्रवण से सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है, नेरुथुवा में मदन मुरारी मिश्रा, मंजू मिश्रा दरवाजे चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन गुरुवार को भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। कथा व्यास ऋषि मिश्रा ने कहा कि तुगभद्र नदी के तट पर एक उत्तम नाम का नगर था जहां पर आत्मदेव नाम एक ब्राह्मण रहता था। ब्राह्मण की पत्नी ने अपनी बहन के पुत्र को अपना पुत्र बताकर के पंडित को संतुष्ट कर दिया। कुछ समय के पश्चात वही पुत्र जिसका नाम धुंधकारी था वह वेश्यावृत्ति करने लगा चोरी और डाका डालने लगा। एक दिन वेश्याओं ने विचार किया कि यह प्रतिदिन चोरी करता है और कहीं पकड़ा गया तो उन्हें भी दण्ड मिलेगा। इसलिए वेश्याओं ने रात्रि में मदिरा का पान करा करके धुंधकारी की हत्या कर दी। जो भयंकर प्रेत बना उसी कुल में गाय के पुत्र गोकर्ण तीर्थ यात्रा करते-करते अपने जन्मभूमि पर पहुंचे। रात्रि में धुंधकारी नाना प्रकार का रूप धारण करके भयभीत करने का प्रयास किया। आत्म ज्ञानी गोकर्ण के ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ा प्रात: काल सगे संबंधियों से विचार-विमर्श करके सूर्य भगवान की आराधना की सूर्य भगवान ने श्रीमद्भागवत कथा के अनुष्ठान का आदेश दिया। गोकर्ण ने दिव्य श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया और इस कथा को श्रवण करके भी धुंधकारी जैसा भयंकर प्रेत भी मुक्त हो गया। भयंकर से भयंकर पाप करने वाला भागवत की शरणागति को स्वीकार करें जीवन में उतारे तो निश्चित है उसकी मुक्ति होगी। इस अवसर पर उमेश सिंह, मदन मुरारी मिश्रा, पवन शुक्ला, संतोष मिश्रा, गोपाल मिश्रा, भोला मिश्रा, चंद्रप्रकाश मिश्रा, शरद मिश्रा, मयंक मिश्रा, अर्पित मिश्रा, अनुज मिश्रा, जय करन, परमानंद, विनोद मिश्रा, राजेंद्र मिश्रा, हरिशंकर मिश्रा, नवीन मिश्रा, ज्ञानेन्द्र मिश्रा, प्रेमकुमार शुक्ला, लाला सिंह, संतोष मिश्रा सहित भारी सख्या में लोग मौजूद रहे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी