राममंदिर, CAA, ट्रिपल तलाक,आर्टिकल 370 के बाद अब इसकी बारी, अमित शाह का बड़ा बयान
केंद्र की मोदी सरकार ने सत्ता पर काबिज होते ही कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। विगत कई सालों से लंबित पड़े मामलों को मोदी सरकार ने सत्ता पर विराजमान होने के साथ ही पूरा करने का काम किया है। सरकार ने अयोध्या में राममंदिर, नागरिकता संशोधन कानून (CAA), ट्रिपल तलाक और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर इतिहास रच दिया।
मोदी सरकार के द्वारा लिए गए इन फैसलों की दुनियाभर में जमकर प्रशंसा भी हुई। वहीं देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी कि समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग तेज होती दिख रही है। इसी बीच अब देश में जल्द ही समान नागरिक संहिता लागू होने के साफ संकेत मिलते दिख रहे है।
इसका इशारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को भोपाल में भाजपा के पार्टी कार्यालय में कोर कमेटी के साथ मीटिंग में दिए है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, राममंदिर, अनुच्छेद 370, सीएए और तीन तलाक जैसे मसले पर फैसले हो गए हैं। अब नंबर है यूनिफॉर्म सिविल कोड की। इसके साथ अमित शाह ने यह भी बताया कि उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया जा रहा है।
ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। जो भी बचा है, सब ठीक कर देंगे। अब अमित शाह के बयान के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने की मांग तेज हो सकती है। बता दें कि उत्तराखंड में धामी सरकार ने दोबरा सत्ता पर काबिज होने के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) को लेकर बड़ा निर्णय लिया था। सीएम धामी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के लिए कमेटी बनाने का फैसला किया।
जानिए, क्या होता है यूनिफॉर्म सिविल कोड-
यूनिफॉर्म सिविल कोड में प्रावधान है कि सभी धर्मों के लोगों को एक समान कानून का अनुपालन करना होगा। यूनिफॉर्म सिविल कोड के लागू होने के बाद किसी भी धर्म विशेष के नियमों को तरजीह नहीं दी जाएगी। सभी सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का अनुपालन करने के प्रति बाध्य रहेंगे। मसलन, मुस्लिम धर्म में शरीयत को अधिक तरजीह नहीं दी जाएगी। शादी, तलाक और जमीन जायदाद के बंटवारे में सभी धर्मों के लोग एक कानून का अनुपालन करने के प्रति बाध्य रहेंगे।