शिवगढ़ से धर्म नगरी पुरी पहुंचा श्रद्धालुओं का जत्था
शिवगढ़,रायबरेली : क्षेत्र से उड़ीसा स्थित धर्मनगरी पुरी पहुंचे श्रद्धालुओं ने बड़ी ही शिद्दत के साथ आस्था भाव से हिंद महासागर की बंंगाल की खाड़ी में आस्था की डुबकी लगाकर महाप्रभु जगन्नाथजी के दर्शन किए। श्रद्धालुओं ने मन्दिर में माथा टेककर घर परिवार व क्षेत्र की खुशहाली एवं सुख समृद्धि की कामना की इसके साथ ही भगवान जगन्नाथ के मन्दिर प्रांगण में स्थित मां महालक्ष्मी माता मन्दिर, सूर्य मन्दिर, राधावल्लभ लक्ष्मी नारायण मन्दिर, एकादशी माता मन्दिर, नरसिंह मन्दिर आदि मन्दिरों में दर्शन किए।
इस मौके पर विंधेश्वरी पाण्डेय, चेतना तिवारी, संतोष कुमारी, विपिन पाण्डेय, वंदना पाण्डेय,अंगद राही,राजन शर्मा,समर पाण्डेय के साथ ही बाराबंकी जिले के कोठी से शम्भू,दिनेश कुमार,आशीष कुमार,अंकेश कुमार,अनुराग पटेल,राकेश कुमार आदि लोग मौजूद रहे।गौरतलब हो कि महाप्रभु जगन्नाथ का मन्दिर देश के ओडिशा राज्य के पुरी शहर में स्थित है यह हिंदू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। देश के प्रमुख चार धामों में भी इसकी गिनती होती है। भगवान जगन्नाथ को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। भगवान जगन्नाथ के मन्दिर को धरती का बैकुंठ माना जाता है। मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ की सच्चे मन से पूजा अर्चना करने से लोगों के सारे पाप धुल जाते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। हर साल निकाली जाने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का पुण्य 100 यज्ञों के बराबर होता है। भगवान जगन्नाथ की पूजा के लिए दिन में छह बार महाप्रसाद चढ़ाया जाता है। भगवान जगन्नाथ के मंदिर को लेकर कई मान्यताएं और चमत्कार भी बताए जाते हैं।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी