अपनी ही पार्टी पर वरुण गांधी ने फिर कसा तंज, बोले-राहत देने के समय कर रहे थे आहत
देश में महंगाई को लेकर लगातार विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है। इन सबके बीच बीजेपी के अपने सांसद वरुण गांधी भी महंगाई के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की सरकार को लगातार घेरते रहे हैं। वरुण गांधी ने आज दूध और दही सहित कई खाद्य वस्तुओं को जीएसटी के दायरे में लाए जाने को लेकर मोदी सरकार की आलोचना कर दी। वरुण गांधी ने साफ तौर पर कहा है कि जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं। अपने ट्वीट में वरुण गांधी ने लिखा कि आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर जीएसटी लागू है। रिकार्ड तोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यम वर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा। उन्होंने कहा कि जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं।
आपको बता दें कि जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गई हैं। इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं। इन पर पांच प्रतिशत जीएसटी देना होगा। इसी तरह 5,000 रुपये से अधिक किराये वाले अस्पताल के कमरों पर भी जीएसटी देना होगा। इसके अलावा 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल के कमरों पर 12 प्रतिशत की दर से कर लगाने की बात कही गयी है। इससे पहले भी वरुण गांधी बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था और किसानों के मुद्दे पर पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार के खिलाफ विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर मुखरता से आवाज उठा रहे हैं।
रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि के बाद से भी पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपनी सरकार को घेरने की कोशिश की थी। तब वरुण गांधी ने कहा था कि अब लाल सिलेंडर सजावट की वस्तु बना हुआ है। अपने ट्वीट में भाजपा सांसद ने लिखा था कि चूल्हे पर लकड़ियाँ जल रही हैं और लाल सिलेंडर सजावट की वस्तु बना हुआ है, गैस की पासबुक के पन्नों में महीनों से कोई एंट्री नहीं चढ़ी है। उन्होंने ने एक विडियो भी साझा किया और दावा किया कि ये उन लाखों महिलाओं का दर्द है जिन्हें हमने ‘धुएँ से आज़ादी’ का सपना दिखाया था। यह वही महिलाएँ हैं जिन्होंने हम पर सबसे अधिक भरोसा जताया था।