भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ थाने के बाहर लगे पोस्टर, सोशल मीडिया पर वायरल जो रहा अखिलेश का पोस्ट

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का एक फेसबुक पोस्ट जमकर वायरल हो रहा है. उनके द्वारा शेयर किए गए इस पोस्ट में एक फोटो दिख रहा है जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं के बारे यह लिखा हुआ है कि ‘भाजपा कार्यकर्ताओं का थाने में आना मना है’. इस पोस्टर को थाने के बाहर लगाया गया है जिसे लेकर खूब चर्चा हो रही है. गौर करने वाली बात यह भी है कि इस पोस्टर में थाना प्रभारी का नाम भी लिखा हुआ दिखाई मिल रहा है. अखिलेश यादव द्व्रारा इस पोस्ट को शेयर करने के बाद लोगों ने भी खूब प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने यह पोस्ट फेसबुक के साथ ट्विटर पर भी शेयर किया है.

मामला मेरठ जनपद के मेडिकल थाने का है. थाने की दीवार पर लगे इस बैनर ने पुलिस विभाग में खलबली मचा दी.बता दें इंचोली थाना क्षेत्र के मसूरी निवासी पूजा की शादी 4 साल पहले नौचंदी थाना क्षेत्र के वैशाली कॉलोनी निवासी अवधेश से हुई थी.अवधेश की गढ़ रोड पर मेडिकल थाना क्षेत्र में दुकान है. करीब 8 माह पहले अवधेश की बीमारी से मौत हो गई थी. आरोप है कि ससुर श्याम सिंह और देवर अनुज ने विवाहिता को घर से निकाल दिया. अवधेश की दुकान पर भी कब्जा कर लिया. शुक्रवार को पीड़िता के पक्ष में बीजेपी कार्यकर्ता मेडिकल थाने पहुंचे थे. पुलिस ने दूसरे पक्ष को भी बुला लिया था. आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से अभद्रता कर दी.अभद्रता का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओ ने हंगामा किया और धरने पर बैठ गए. जिसके बाद सीओ सिविल लाइंस भी मौके पर गए.उनके द्वारा आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया गया.

एक दुकान के विवाद में मेरठ का मेडिकल थाना अखाड़ा बन गया. पुलिस पर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच में नोकझोंक भी हुई इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक बैनर भी थाने की दीवार पर इस टांग दिया, जिसमें लिखा था भाजपा कार्यकर्ताओं का थाने पर आना मना है. इस बैनर के लगते वहाँ पर अफरातफरी मच गई. जिसके बाद सीओ सिविल लाइन्स मौके पर पहुँचे और किसी तरह से हंगामे पर काबू पाया. बता दें कि भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मे पुलिस ने अभद्रता की थी जिससे गुस्साए कार्यकर्ताओं ने थाने दीवार में बैनर लगा दिया.हालांकि पुलिस के अधिकारियों ने आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जिसके बाद कार्यकर्ता शांत हुए.

 

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