किसानों को समितियों पर नही मिल रही डीएपी खाद,इधर उधर भटक रहे किसान बिना खाद कैसे हो बुआई

बाराबंकी : आलू और गेहूं के साथ ही अन्य फसलों की बोआई का समय चल रहा है लेकिन साधन सहकारी समितियों पर डीएपी और एनपीके नहीं है। समितियों पर खाद न मिलने से किसान 1350 वाली डीएपी 1650 रुपये में निजी दुकानों से खरीदने को मजबूर हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार इस समस्या के प्रति गंभीर नहीं हैं। तहसील हैदरगढ़ लिलहौरा, पेचरुआ,रीठी सिकन्दरपुर,चौबीसी, त्रिवेदीगंज के लक्ष्मनपुर,भिलवल,सरायपण्डेय, कोहलदा, मवैया, सिद्धौर में उस्मानपुर, कोठी, बिबियापुर, फिरोजाबाद, छूलापही, नवाबपुर कोडरी, नसीपुर, सेमरावां, चांदूपुर व न्योछना में साधन सहकारी समितियां हैं। करीब दो सप्ताह पूर्व साधन सहकारी समितियों पर नाम मात्र की खाद भेजी गई थी जिससे गिने-चुने किसानों को ही इसका लाभ मिल सका। इसके बाद से समितियों पर खाद नहीं आई।किसानों को आलू, सरसों, धनिया, लहसुन, गेहूं व मटर की फसलों की बोआई के लिए डीएपी और एनपीके खाद की जरूरत है परंतु समितियों से खाद नदारद है। किसान खाद पाने के लिए इन समितियों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन खाद नहीं मिल पा रही है। किसान रामपाल, वीरेंद्र व राजाराम ने बताया कि समितियों पर खाद न मिलने की वजह से हम लोग 1350 वाली डीएपी खाद 1600 से लेकर 1650 रुपये में निजी दुकानों से खरीद रहे हैं। किसानों ने बताया कि डफरापुर, उस्मानपुर, सैदनपुर, लाखूपुर व असदामऊ आदि स्थानों पर निजी खाद के विक्रेता पूरी तरह मनमानी कर रहे हैं और समितियों पर खाद न होने का पूरा फायदा उठा रहे हैं। किसान यूनियंक ब्लाक अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने बताया किसान खाद के इधर उधर भटक रहा है।

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