Devkinandan Thakur, angry over 'fat' in the offerings of Tirupati temple, said it is the killing of the soul. ...have appealed to the government and the court

 तिरुपति मंदिर के प्रसाद में ‘चर्बी’ पर भड़के देवकीनंदन ठाकुर, बोले आत्मा का वध हैं। …सरकार और कोर्ट से अपील की हैं 

मथुराः तिरुपति बालाजी के मंदिर के प्रसाद में कथित तौर पर जानवर की चर्बी की मिलावट को लेकर देश भर के संतों में रोष है। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने भी इसे लेकर विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि जो भी बातें सामने आ रही हैं, वह दुखद हैं। आत्मा का वध करने जैसा हैं। आजाद देश में कोई सनातनियों की भावना से इतना बड़ा खिलवाड़ कर सकता है, वो भी सनातनियों के देश में ये समझ से परे बात है। उन्होंने भारत सरकार और सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि वे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दें।

देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, ‘तिरुपति बालाजी के प्रसाद में जिस तरीके की मिलावट की बातें हम लोगों को सुनाई पड़ रही हैं। यह बहुत दुखद है… आत्मा का वध करने जैसा है। आज़ाद देश में कोई सनातियों की भावना से इतना बड़ा खिलवाड़ कर सकता है और वह भी प्रादेशिक सरकार के संरक्षण में या उसकी देखरेख में… जो भी.. वो मेरी समझ से परे है। हमारे संविधान में यह कहा गया है कि सब लोग अपनी पूजा पद्धति अपने- अपने अनुसार करेंगे लेकिन क्या संविधान में यह अनुमति है कि हमारी पूजा पद्धति पर अधिकार प्रादेशिक सरकार का होगा या उस पर कमेटी बनाकर रखी जाएगी अथवा उसमें मिलावट होगी अथवा उसमें भी कुछ ऐसी चीज़ मिला दी जाएगी, जिससे सनातनियों का धर्म बर्बाद हो जाएगा।’

Devkinandan Thakur, angry over 'fat' in the offerings of Tirupati temple, said it is the killing of the soul. ...have appealed to the government and the court

देवकीनंदन ठाकुर ने आगे कहा, ‘तिरुपति बालाजी में पवित्रता का ध्यान रखा जाता है और हम सब ये जानते हैं लेकिन जिस तरीके की न्यूज आ रही है वो ठीक नहीं है। अगर यह सच है तो निश्चित तौर पर हम सब सनातनियों के साथ बहुत बड़ा आघात हो रहा है। दूसरी बात हम सब सनातनियों को बार-बार कहा जाता है कि शांति रखें तो आप बताइए जूस में मिल रहा है मूत्र… भोजन में मिल रहा है थूक और प्रसाद में मिल रही है मिलावट जो कि मांस इत्यादि से संबंधित है। क्या करें क्या सनातनी इसके बावजूद भी चुप होना चाहिए?’

उन्होंने कहा कि यह अगर सच है तो इसके पीछे कौन व्यक्ति है पहले यह पता करें। फिर उस व्यक्ति के विरुद्ध इतनी कठोर कार्रवाई हो कि दोबारा किसी का साहस न हो सके। यह मैं भारत सरकार से और सुप्रीम कोर्ट से भी निवेदन करूंगा कि अगर आप भी संविधान के तहत हैं न तो आपकी यह जिम्मेदारी बनती है कि इस पर गहन जांच करके दोषियों को बहुत बड़ी सजा दें। इतनी बड़ी सजा दें कि उन्हें पता चले।

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