Harassment of journalists is unbearable, monthly meeting of AIPJA was held in Dak Bungalow, journalists roared

पत्रकारों का उत्पीड़न बर्दाश्त से बाहर, डाक बंगला में सम्पन्न हुईं ऐपजा की मासिक बैठक, दहाड़े पत्रकार

बाराबंकी : हैदरगढ़ नगर के मुख्य चैराहे पर स्थित डाक बंगला मे आल इण्डिया प्रेस जर्नालिस्ट एसोसिएशन जिला एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष के अवाहन पर तहसील अध्यक्ष हैदरगढ़ की अध्यक्षता में मासिक बैठक का आयोजन किया बैठक में तहसील स्तर के पदाधिकारियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। बैठक को सम्बोधित करते हुए ब्लाक अध्यक्ष त्रिवेदीगंज राम करन सिंह ने कहा कि आज पत्रकारों में विघटन होता जा रहा हैं।

आए दिन पत्रकारों पर हमला, धमकी, गाली गलौच आम बात है। पत्रकार चौथा स्तम्भ है यदि इसी तरह अपराधी गाली गलौच मार-पीट करते रहेगे, तो आने वाले समय में पत्रकारो का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। श्री सिंह ने कहा कि अरे! पत्रकारों मंदिर का घंटा मत बनो अभी समय है संगठित हो जाओ और अपनी शक्ति का प्रयोग कर उन अपराधियों को मुंह तोड़ जबाव दो, जो खुले आम पत्रकारो को चुनौती दे रहे है।

वही विजय पाठक ने कहा कि कुछ पत्रकार स्वयं को संपादक कहते है और हमेशा दूसरो को ज्ञान बांटते है लेकिन जब उनके ऊपर कोई घटना घटित होती है तो वह मैदान में सिर्फ अकेले खड़े होते है।

हाल ही में देखा गया कि आधार सेटरो पर सेटर संचालक लोगो से दो गुना से 4 गुना पैसा लेकर आधार अपडेट कर रहे थे। इसकी खबर अखबार में प्रकाशित हुई, जिसके बाद कुछ साथी अपराधियों को संरक्षण देने के वास्ते खबर का खण्डन किया और जमकर सेटर संचालको की डफली बजाकर वाह वाही लूटी।

क्या इसी को पत्रकारिता कहते है। श्री पाठक ने कहा कि यह संगठित होने का संदेश नही बल्कि विघटन का संदेश है।

वही पवन मिश्रा ने कहा कि एकता में वह शक्ति है जिसके आगे बड़े-बड़े नतमस्तक हो जाते है और हम तो चौथा स्तभ है, लेकिन अपनी गरिमा को ध्यान में नही रखा तो दादा रामकरन सिंह की बात सत्य होने में देर नही लगेगी। इस मौके पर मुख्य रूप से तहसील अध्यक्ष नृृपेन्द्र तिवारी, संतोष सिंह, शिवम अवस्थी, अनिल पाठक, चंद्र शेखर राज, ओम प्रकाश श्रीवास्तव, सत्येन्द्र कुमार, अरविंद वर्मा, अनंत सिंह के अलावा बड़ी संख्या में पत्रकार और पदाधिकारी मौजूद रहे।

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