वायु प्रदूषण फैला रही कोयला भट्ठियां ! जिम्मेदार मौन
ग्रामीण हो रहे सांस की बीमारी के शिकार
शिवगढ़,रायबरेली : थाना क्षेत्र के गुमावा पुलिस चौकी अन्तर्गत रीवां में अवैध रूप से संचालित लकड़ी से कोयला बनाने वाली भठ्ठियां हवा में जहर घोल रही है धड़ल्ले से चल रही इन भट्ठियों से तेजी से वायु प्रदूषण फैल रहा है। लेकिन संबंधित विभागों के जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने बैठे हैं। गौरतलब हो कि क्षेत्र के रीवां में लकड़ी से कोयला बनाने वाली आधा दर्जन से अधिक भट्ठियां अवैध रुप से संचालित हैं। इन भट्ठियों से चौबीसों घण्टे जहरीला धुंआ उड़ता रहता है। इनसे जहां तेजी से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है वहीं आस-पास रहने वाले लोग सांस की बीमारी के शिकार हो रहे हैं। भट्ठियों से धुएं के साथ निकलने वाले कार्बन के कण हवा में दूर-दूर तक उड़ते रहते हैं। ग्रामीण गजेंद्र,रामखेलावन, राम केवल, पंकज ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से ये भट्ठियां संचालित हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ये भट्ठियां हलोर के रहने 2 व्यक्तियों द्वारा चलाई जा रही है। आलम यह है कि इन भट्ठियों के चलते पिछले तीन वर्षों से क्षेत्र में अवैध प्रतिबन्धित पेड़ों की कटान बढ़ गई है। भट्ठी संचालक वन माफियाओं के साथ मिलकर पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से कोयला भट्ठी संचलकों एवं वन माफियाओं का धंधा खूब फल फूल रहा है। सूत्रों की माने तो एक भट्ठी का लाइसेंस था जिसकी आंड़ में वर्षों से कई भट्ठियां चलाई जा रही हैं यह भी बताया जा रहा है कि जो लाइसेंस था उसकी वैधता समाप्त हो चुकी है।
इस बाबत जब महराजगंज एसडीएम राजितराम गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जांच कराकर कार्यवाही कराई जाएगी।
प्रतिबंधित लकड़ी से बनाया जा रहा कोयला
भट्ठियों के इर्द-गिर बाबूल, कीकड़, यूकेलिप्टस,सेरसा के साथ ही प्रतिबंध शीशम,आम,महुवा,नीम, जामुन,फरेंद आदि की लकड़ी भारी मात्रा में पड़ी मिली। ग्रामीणों ने बताया कि साल के 12 बारहो मास ये भट्ठियां सुलगती रहती हैं जिसकी कई बार शिकायत भी की गई किन्तु भट्ठी संचालकों एवं वन माफियाओं की संबंधित अधिकारियों से साठ-गांठ के चलते कोई कार्यवाही नहीं हुई।
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