सात दिवसीय श्रीराम कथा के समापन पर किया गया भण्डारे का आयोजन
- भण्डारे में हजारों भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद
अंगद राही /शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के लाही बॉर्डर गुमावां स्थित संकट मोचन हनुमान मन्दिर में गत वर्षो की भांति आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा एवं महा रुद्राभिषेक कार्यक्रम के समापन पर हवन पूजन एवं विशाल भण्डारा आयोजित किया गया। श्रीराम कथा एवं भण्डारे का आयोजन पंडित लालमन शुक्ला, पंडित आनंद कुमार शुक्ला, लवलेश शुक्ला के नेतृत्व में किया गया। कथा के समापन पर आयोजित भण्डारे में पहुंचे श्रद्धालुओं ने मन्दिर में माथा टेक कर प्रसाद ग्रहण कर मनोकामनाएं मांगी। नैमिषारण्य सीतापुर से आई कथावाचिका पूर्णिमा मिश्रा ने कहा कि कलयुग केवल नाम अधारा,सुमिरि-सुमिरि नर उतरहि पारा अर्थात कलयुग में सच्चे मन से प्रभु के स्मरण मात्र से भवसागर को पार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब – जब धरा पर अत्याचार, दुराचार, पापाचार बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है।
प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। मनुष्य इस सांसारिक माया मोह में फंस कर अपने जीवन को व्यर्थ गंवा देता है। मनुष्य अपने मन के कुविचारों को निकाल कर परमेश्वर का ध्यान लगाता है तो वह मोक्ष की प्राप्ति करता है। इस मौके पर विवेक चौरसिया,अनुज मिश्रा,बिनोद यादव संदीप ,सत्यम,कुंवर बहादुर सिंह,सूरज सिंह,निखिल सिंह ,सोनू सिंह ,गोपाल मिश्रा, सूरज सिंह, कृपाशंकर मिश्रा,हर्षित ,सुरेश यादव,बिमल विश्वकर्मा, बब्लू सिंह अनुराग सिंह,बिनोद शुक्ला सोनू तिवारी, राजेश कुमार शुक्ला, राजेन्द्र सिंह,निशा,ऋतु , तृप्ति आदि लोग उपस्थित रहे।