जनपद में ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान एक मई से
रिपोर्ट – उपेंद्र शर्मा
– महिलाओं को स्वास्थ्य एवं पोषण के साथ-साथ परामर्श सेवाएं भी दी जाएंगी
– गर्भवती व धात्री महिलाओं को स्वास्थ्य पोषण की दी जाएगी सही जानकारी
– आयरन ,कैल्शियम ,एलबेंडाजॉल और फोलिक एसिड की गोली उपलब्ध कराने के लिए चलाया जाएगा अभियान
बुलंदशहर, 28 अप्रैल 2022। हर गर्भावस्था एवं प्रसवोपरांत महिलाओं को बेहतर पोषण की आवश्यकता होती है। इसी क्रम में मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत एक से 31 मई तक बुलंदशहर समेत प्रदेश भर में ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान चलाया जाएगा। अभियान के माध्यम से सप्लाई चेन को सुदृढ़ करते हुए प्रत्येक लाभार्थी तक आयरन, कैल्शियम, एलबेंडाजॉल और फोलिक एसिड की गोली की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने के साथ-साथ इनके सेवन के लिए जागरूकता पैदा की जाएगी। पोषण संबंधी जानकारी दी जाएगी। इसके लिये राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उप्र की निदेशक अपर्णा उपाध्याय की ओर से प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) को दिशा निर्देश जारी किये गये हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया शासन से मिले दिशा निर्देश के तहत जनपद में अभियान एक से 31 मई तक चलाया जाएगा। जनपद की समस्त स्वास्थ्य इकाइयों की ओपीडी,आईपीडी, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला,प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक एवं वीएचएसएनडी सत्र के माध्यम से जन जागरूकता एवं आयरन फोलिक एसिड कैल्शियम, एलबेंडाजॉल एवं फोलिक एसिड की गोलियों का वितरण किया जाएगा। उन्होंने बताया अभियान का मकसद प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिला तक आयरन,कैल्शियम एलबेंडाजॉल व फोलिक एसिड की गोलियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराना है। गर्भवती महिलाओं में इन दवाओं के प्रति व्याप्त मिथकों व नकारात्मकता का निराकरण करते हुए जागरूकता पैदा करना भी एक बड़ा मकसद है। उन्होंने बताया अभियान लिये एएनएम ,स्टॉफ नर्स ,मैटरनल हेल्थ कंसलटेंट आशा व आंगनबाड़ी की सेवा ली जाएंगी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डा. रोहताश यादव ने बताया एएनएम की भूमिका उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली गर्भवती की शीघ्र पहचान और एएनसी के दौरान उनका प्रबंधन सुनिश्चित करना, आशा की भूमिका गर्भवती तथा धात्री महिलाओं की ड्यू लिस्ट तैयार करना और शीघ्र-अति शीघ्र गर्भवती का प्रथम त्रैमास पंजीकरण कराना होगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भूमिका ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवसों पर पोषण परामर्श करने के साथ-साथ वजन मशीन व स्टेडियोमीटर की आवश्यकतानुसार उपलब्धता सुनिश्चित करना होगा। मैटरल हेल्थ कंसलटेंट की भूमिका अभियान से पूर्व समस्त इकाइयों पर लॉजिस्टिक एवं आवश्यक औषधि की आपूर्ति नोडल अधिकारी के साथ सहयोग करते हुए उपलब्धता सुनिश्चित कराना होगा।