एमसीएफ जीएम ने हिन्दी पखवाड़े के दौरान की गयी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को किया पुरस्कृत
लालगंज रायबरेली।आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना में 23 सितंबर को प्रशासनिक भवन के संगोष्ठी कक्ष में राजभाषा पखवाड़े के दौरान आयोजित की गई अनेको प्रतियोगिताओं के पुरस्कार महाप्रबंधक के करकमलो के द्वारा प्रदान किए गए। इस अवसर पर राजभाषा विभाग आरेडिका के कार्यो से प्रसन्न होकर महाप्रबंधक ने 10 हजार रू का नकद पुरस्कार राजभाषा विभाग को दिया ।प्रतियोगिताओं में विजताओं को सर्वप्रथम घरेलू कवि सम्मेलन प्रतियोगिता में अशोक कुमार गुप्ता एईडीपीएम ने प्रथम स्थान, विवेकानन्द व्यास तकनीशीयन ने द्वितीय एवं सुरेश कुमार तकनीशीयन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
तकनीकी शब्दावली प्रतियोगिता में राहुल कुमार आशु लिपिक ने प्रथम स्थान, आदर्श सिंह बघेल कनिष्ठ लिपिक स्टोर विभाग ने द्वितीय एवं सौरभ सचान टी सीएम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। पत्र लेखन प्रतियोगिता में शिखा रावत कार्यालय अधीक्षक ने प्रथम स्थान, मो0 जीशान वरिष्ठ अनुभाग अभियंता ने द्वितीय एवं श्री सौरभ सचान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।शब्द अनुवाद प्रतियोगिता में राहुल कुमारने प्रथम स्थान, शिखा रावत ने द्वितीय एवं मुकेश कुमार यादव अवर अभियंता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।निबंध प्रतियोगिता में सौरभ सचान ने प्रथम स्थान, मोहम्मद जीशान ने द्वितीय एवं शिखा रावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में तीन ग्रुप ने हिस्सा लिया जिसमें आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ग्रुप प्रथम, भारतेन्दु हरिश्चन्द ग्रुप द्वितीय एवं मुंशी प्रेमचंद ग्रुप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
महाप्रबंधक ने अपने संबोधन में कहा कि हमसब हिंदी भाषी क्षेत्र में रहते है अतः हमसबको राजभाषा में ही कार्य करके गर्व का अनुभव करना चाहिए ।उन्होंने कहा कि हम संकल्प ले कि हम अपने दैनिक कार्य राजभाषा में ही करेगे।
मुख्य राजभाषा अधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि द्वितीय अखिल भारतीय सम्मेलन सूरत में केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा कहा गया कि हिंदी राजभाषा हिंदी का किसी अन्य भाषा से किसी भी प्रकार की प्रतिद्वंदता या स्पर्धा नहीं है ।प्रदेश की सभी भाषाएं हिंदी की सहायक भाषाए है। इस अवसर पर राजभाषा अधिकारी संजय निगम ने कहा कि राजभाषा को अधिक सर्वग्राही बनाने के लिए सभी अन्य भाषाओं के बोल चाल के शब्दों को समाहित करना समय की आवश्यकता है।राजभाषा में कार्य करने के लिए हमें लीला हिंदी मोबाइल एप, बृहद शब्द कोष, कंठस्थ आदि पुस्तकों एवं राजभाषा टूल का प्रयोग करना चाहिए जो विकसित भारत के निर्माण के सम्प्रेषक में सबसे अच्छा माध्यम प्रमाणित होगा।
इसके अतिरिक्त संगोष्ठी कक्ष’ प्रशासनिक भवन आरेडिका में आयोजित इस कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकरी एनडी राव पीसीएमएम, संजय कटियार सीएओ एवं एम.के. अग्रवाल सीवीओ के अतिरिक्त सैकड़ो कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित थे।