छुट्टा मवेशियों के आतंक से किसान परेशान ! जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह
- छुट्टा मवेशियों के हमले से ग्रामीण, राहगीर और किसान आए दिन होते रहते हैं दुर्घटना का शिकार
रायबरेली। रायबरेली जिले के शिवगढ़ क्षेत्र में छुट्टा मवेशियों की बाढ़ सी आ गई है, जिनके आतंक से किसान परेशान हैं। आलम यह है कि किसान दिन-भर खेतों में खून पसीना बहाता है और रात में रतजगा करके फसलों की रखवाली करता है। चौबीसों घण्टे खेतों की रखवाली करने के बावजूद छुट्टा मवेशियों से फसल बचाना मुश्किल हो रहा है। आलम यह है कि देश के अन्नदाता कहे जाने वाले किसान को गर्मी,जाड़ा और बरसात तीनों मौसम में अपनी जान की परवाह किए बगैर विषैले जीव जंतुओं के बीच खेतों, सड़कों और नहरों के किनारे के किनारे जमीन पर लेट कर खेतों की रखवाली करनी पड़ती है।
पीड़ित किसानों की माने तो सूबे की सरकार में सबसे ज्यादा बुरी हालत किसानों की है। छुट्टा मवेशियों के आतंक के चलते किसान ना तो ठीक तरह से खा पाता है और ना घर में रुक कर चैन की नींद सो पाते है। आलम है कि थोड़ी देर के लिए यदि किसान खेतों की रखवाली छोड़कर खेत से घर खाना खाने चले जाते हैं तो छुटा मवेशी झुंड के झुंड खेतों में जाकर फसल को चौपट कर डालते हैं। सबसे बड़ी विडम्बना है कि पीड़ित किसानों ने खण्ड विकास अधिकारी से लेकर महराजगंज उप जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, जिलाधिकारी से दर्जनों बार छुटा मवेशियों से निजात दिलाने की मांग की किन्तु जिम्मेदार अधिकारियों ने किसानों को छुट्टा मवेशियों से निजात दिलाना मुनासिब नहीं समझा।
छुट्टा मवेशियों से किसान ही नहीं क्षेत्र के ग्रामीण भी परेशान हैं जिनके हमले से आए दिन ग्रामीण, राहगीर एवं किसान दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं। भले ही लापरवाह अधिकारियों की नजर में किसानों को छुट्टा मवेशियों से निजात मिल गई हो किंतु शासन- प्रशासन की लचर कार्यशैली से आई छुट्टा मवेशियों की बाढ़ से राह चलना और फसल बचाना मुश्किल हो रहा है। जिसको लेकर शिवगढ़ क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी