शिक्षकों का असली सम्मान उनके द्वारा बताए गए अच्छे कार्य करने के मार्ग का अनुसरण करना है
शिक्षक दिवस पर जवाहरलाल नेहरू इंटर कॉलेज में पूर्व शिक्षक जेपी वर्मा की काव्य कृति, काव्य निर्मला का हुआ विमोचन
प्रमोद राही
नगराम लखनऊ।नगराम क्षेत्र के बहरौली स्थित जवाहरलाल नेहरू इंटर कॉलेज में केक काटकर धूमधाम से डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया गया तथा शिक्षक जेपी वर्मा के काव्य कृति काव्य निर्मला का विमोचन किया गया।भारत के महान शिक्षाविद और राष्ट्रपति के पद को सुशोभित करने वाले डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है पहले विद्यालयों में इसे बहुत सामान्य तरीके से सादगी पूर्ण ढंग से मनाया जाता था परंतु अब प्रत्येक अवसर पर केक काटने की परंपरा विद्यालयों में भी असर कर रही है जिसके कारण बच्चे भी जन्मदिन के नाम पर केक का विचार ही सबसे पहले मन में लाते हैं इसी कारण से शिक्षकों द्वारा बच्चे बड़े ही सम्मान पूर्वक केक कटवाते हैं विद्यालय की सभी कक्षाओं में बच्चों ने केक के साथ ही जलपान की पूरी व्यवस्था शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए कर रखी थी शिक्षक दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा रिबन काटकर किया गया तत्पश्चात प्रत्येक कक्षा में कक्षा अध्यापक द्वारा केक काटा गया। विद्यालय के प्रत्येक कक्ष की सजावट उस कक्षा में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं द्वारा बड़े मनोरम ढंग से की गई थी रंग बिरंगे बैलून लड़ियां फूल पत्ती आदि पूरे परिसर में लगाए गए थे। विद्यार्थियों द्वारा अपने शिक्षकों को गिफ्ट के रूप में पेन प्रदान किए गए।विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य ने बताया कि शिक्षकों द्वारा ही देश और समाज का निर्माण होता है इसीलिए उनका स्थान अद्वितीय है। शिक्षकों का असली सम्मान उनके द्वारा बताए गए अच्छे कार्य करने के मार्ग का अनुसरण करना है और अच्छे आचरण द्वारा समाज में अपनी और विद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ाना है।
इतने अच्छे कार्यक्रम के लिए पविद्यालय के सभी छात्र छात्राओं का आभार प्रधानाचार्य और शिक्षकों द्वारा व्यक्त किया गया।
जवाहरलाल नेहरू इंटर कॉलेज में 1973 से शिक्षक रहे जेपी वर्मा अपनी आशु रचनाओं से जाने जाते रहे हैं उनकी यह रचनाएं क्षेत्र में और विद्यालय में हमेशा प्रशंसा की पात्र रही है इसी के मद्देनजर विद्यालय के प्रधानाचार्य की प्रेरणा से पुस्तक के रूप में इन्हें प्रकाशित करने का विचार उनके मन में आया तत्पश्चात उन्होंने अपनी रचनाओं को काव्य कृति काव्य निर्मला का रूप दिया शिक्षक जेपी वर्मा अपनी बेबाक शैली और शिक्षण कार्य के लिए इस क्षेत्र में प्रतिष्ठा प्राप्त हैं। इनके1973 द्वारा पढ़ाए गए कई शिष्य डॉक्टर इंजीनियर पत्रकार और बड़े-बड़े नेता के पद को सुशोभित कर रहे हैं। काव्य निर्मला पुस्तक का विमोचन विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल कुमार वर्मा द्वारा किया गया।यह पुस्तक काफी आसान भाषा में कविताओं से लैस है जिसमें जनजीवन की कथा व्यथा का वर्णन है। इस पुस्तक की रचनाएं मन को प्रफुल्लित आनंदित हर्षित करती है तथा हमें कई समस्याओं से सचेत भी करती हैं। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य राजबहादुर वर्मा लालाराम वर्मा अवध बिहारी वर्मा तथा पूर्व शिक्षक आसाराम वर्मा राजाराम यादव विजय बहादुर यशवंत सिंह कालूराम वर्मा तथा जेपी वर्मा के प्रिय शिष्य रहे । इस अवसर पर विद्यालय के समस्त अध्यापक गण के साथ समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
जोश सच को उजागर करने का