भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगा पा रहे अधिकारी हल्का लेखपाल ग्रामीणों से कर रहा है वसूली
आदित्य बाजपेई
रायबरेली– प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लगातार मंचो से दावे करते है लेकिन इन दावों में कितनी सच्चाई है ये आज उस समय देखने को मिला जब सैकड़ो की संख्या में महिला व पुरुष ग्रामीण डीएम कार्यालय पर पहुच गए।ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी पटटे की जमीन कि पैमाइश लेखपाल द्वारा नही की जा रही है और अगर नाप कराने के लिए कहो तो हजारों रुपये की घूस मांगी जाती है।इसके बावजूद भी जंहा निर्माण हो रहा है उसे गिराने की धमकी भी लेखपाल के द्वारा दी जाती है।आज हम लोगो इसी से पीड़ित होकर लेखपाल को हटाने के लिए डीएम साहिबा से गुहार लगाने आये है।अगर हम न्याय नही मिला तो हम यंहा से वापस नही जाएंगे अनिश्चितकालीन धरना देंगे।
सैकड़ों ग्रामीणों ने जिला अधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन देकर किया धरना
सोमवार की दोपहर सैकड़ो की संख्या में रायबरेली के कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर मौजूद ये ग्रामीण महिला व पुरुष सदर तहसील के बेलाभेला ग्राम सभा के निवासी है।इन ग्रामीणों का आरोप है कि पिछली कई पीढ़ियों से ये जिस जमीन पर झोपड़ी बनाकर रह रहे है।उसपर नाप कराने के लिए जब इन्होंने लेखपाल से कहा तो उन्होंने 50 हजार की घूस मांगी।जैसे तैसे करके उन्हें 20 हजार रुपये दिए गए लेकिन इनके बावजूद भी लेखपाल क्षेत्रीय पुलिस के साथ पीड़िता के घर पहुचे और उसका मकान गिरवाने की धमकी दी।कहा कि या तो पैसा दो या जमीन खाली करो।क्षेत्रीय लेखपाल पहले भी अपने कारनामो को लेकर इससे पहले भी चर्चाओं में रह चुके है साथ ही कई बार निलंबित भी हो चुके है लेकिन अपनी ऊंची पहुच के चलते वो हर बार बहाल हो जाते और सदर तहसील क्षेत्र में ही पोस्टिंग कराने में सफल हो जाते है।पीड़ित व ग्रामीणों का कहना है कि जब तक लेखपाल को वंहा से हटा नही दिया जाता वो लोग वंहा से घर नही जाएंगे और जिलाधिकारी कार्यालय के सामने ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगे अब देखना यह होगा कि जिलाधिकारी पूरे मामले को लेकर कितना गंभीर होती हैं और ऐसे भ्रष्ट और सरकार को बदनाम करने वाले लेखपाल के ऊपर क्या कार्रवाई करते हैं यह तो आने वाला समय ही तय करेगा।