युवक की सफलता की कहानी
मनोज ने हौसलों से भरी सफलता की उड़ान
कम्पनी बनाकर 4 दर्जन युवाओं को दिया रोजगार
शिवगढ़,रायबरेली : ‘कौन कहता है आसमां में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो प्यार से उछाल कर देखो यारो’ इस कहावत को क्षेत्र के चुन्नीलाल खेड़ा मजरे गूढ़ा के रहने वाले युवा मनोज कुमार रावत ने चरितार्थ कर दिया है। मनोज कुमार के पिता सियाराम, माता सुखदेई छोटे किसान होने के साथ ही किसी तरह मेहनत मजदूरी करके गरीबी में मनोज कुमार को इण्टर मीडिएट तक पढ़ाया लिखाया। गरीबी में पढ़े लिखे मनोज कुमार ने इण्टरमीडिएट के बाद वर्ष 2016 में बेटी आरवी के नाम से आरवी ट्रेडर्स की शुरुआत की जिनकी मेहनत और ईमानदारी ने उनके व्यवसाय को उन्नति दी। पिछले वर्ष उन्होंने आरवी ट्रेडर्स के नाम से एक रजिस्टर्ड कम्पनी बनाकर जल जीवन मिशन योजना के तहत पानी की टंकी निर्माण, पम्प हाउस, बाउंड्रीवॉल,ड्रेन, इण्टरलॉकिंग रास्ता बनाने का काम शुरू किया। मनोज कुमार ने अपनी कम्पनी में 49 लोगों को रोजगार दिया। जिनकी कंपनी में काम कर रहे करीब 4 दर्जन लोगों को रोजगार मिलने से उनके परिवार खुश हैं। आरवी टेडर्स ने सफलतापूर्वक जल जीवन मिशन योजना की 2 साइड़ों में काम पूरा कर लिया है, अन्य साइड़ों में काम चल रहा है।
फ्लाईयस ब्रिक्स की करेंगे शुरुआत
मेहनत और ईमानदारी के बल पर सफलता अर्जित करने वाले मनोज कुमार रावत ने बताया कि फ्लाईयस ब्रिक्स की शुरुआत करने जा रहे हैं। 25 किलोमीटर की रेंज में फ्लाईयस ब्रिक्स फैक्ट्री न होने से उम्मीद है उनका व्यवसाय चलेगा। उन्होंने फ्लाईयस ब्रिक्स की जानकारी देते हुए बताया कि इसकी खूबी है कि इसमें मकान गर्मी नहीं बताता है, सीलन की समस्या से हमेशा हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है। क्योंकि क्षेत्र में पानी का जलस्तर ऊंचा एवं क्षारीय होने के कारण चंद महीने में ही प्लास्टर और पेन्ट उखाड़ना शुरू हो जाता है।
फ्लाईयस ब्रिक्स से मकान का निर्माण करने पर इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा।
मनोज नहीं भूले अपना अतीत
वकालत की पढ़ाई पूरी करके नि:शुल्क लड़ेंगे जरूरतमंदों का केस
व्यवसाय में सफलता अर्जित करने के बाद मनोज अपना अतीत नहीं भूले, उन्हें आज भी गरीबों के दिन याद है। जो गरीब छात्र-छात्राओं एवं गरीब बेटियों की शादियों में बढ़ चढ़कर मदद करते रहते हैं। इसके साथ ही सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। समाज के दबे कुचलों को इंसाफ दिलाने के लिए मनोज कुमार एलएलबी की पढ़ाई कर रहे हैं जिनका कहना है कि एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद गरीब जरूरतमंदों की आवाज उठायेंगे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी