धर्म कर्म की धुरी है नारी शक्ति : सत्येंद्रदास
वैश्वीकरण की उड़ान पर नारी शक्ति : संतोष मिश्रा
हिंदुत्व व विकास हमारा मिशन : सत्यानंद गिरी
अयोध्या धाम . मातृशक्ति सदा से पूजनीय रही है . आज देश दुनिया में मातृशक्ति का डंका बज रहा है . मातृशक्ति का यह सम्मेलन ऊर्जा से भरपूर एक नई दिशा दे गया .
उक्त बातें विश्व हिंदू महासंघ मातृशक्ति सम्मेलन के समापन सत्र पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्रदास ने कही .आगे उन्होंने कहा कि नारी शक्ति धर्म-कर्म की धुरी है. मातृशक्ति की प्रदेश अध्यक्ष संतोष मिश्र ने दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन 9 मार्च को ध्वजारोहण से किया. अपने उद्घाटन भाषण में मिश्र ने कहा कि , आज की नारी सभी दिशाओं में अपनी योग्यता का लोहा मनवा रही हैं . जल ,थल , नभ से लेकर शिक्षा, संस्कार तथा सेवा के क्षेत्र में भी नित नए प्रतिमान गढ़े हैं.
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष , महामंडलेश्वर सत्यानंद गिरी ने कहा कि मातृशक्ति का यह सम्मेलन योगी आदित्यनाथ महाराज के हिंदुत्व व विकास के मिशन को गति देने में पूरी तरह से सफल रहा. महामंत्री रेखा श्रीवास्तव ने आए हुए प्रतिनिधियों का स्वागत किया.
प्रांतीय सम्मेलन के संचालन की जिम्मेदारी प्रकोष्ठ प्रभारी दिग्विजय सिंह राना, गौ रक्षा के प्रदेश महामंत्री मनोज प्रजापति, सोशल मीडिया के प्रदेश अध्यक्ष गंगा शर्मा कौशिक , सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री आर सी योगा ने संभाली .
प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने भव्य सम्मेलन के आयोजन हेतु प्रदेश अध्यक्ष संतोष मिश्रा व प्रदेश महामंत्री रेखा श्रीवास्तव सहित मातृशक्ति की सभी बहनों का उत्साहवर्धन किया. प्रदेश महामंत्री ओम प्रकाश यादव ने सम्मेलन की सफलता पर मातृशक्ति को बधाई दी. मातृशक्ति की प्रदेश महामंत्री रेखा श्रीवास्तव ने कहा कि , सम्मेलन में कुल 11 प्रस्ताव लाए गए .
महिला सशक्तिकरण प्रस्ताव पर पल्लवी वर्मा , अधिवक्ता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रुद्र कुमार पाठक , गौ रक्षा के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष संजय पांडे , प्रदेश सह कोषाध्यक्ष ई. राजेश्वरी प्रसाद विश्वकर्मा तथा कानपुर मंडल प्रभारी भानु प्रताप सिंह राजावत ने अपने विचार रखे. नारी सम्मान राष्ट्र सम्मान प्रस्ताव की अध्यक्षता करती हुई अमृता वाजपेई ने कहा कि, नारी सदा से पूजनीय रही है . राष्ट्र के उत्थान में उनकी महती भूमिका रही है . इस प्रस्ताव पर अमित सिंह , दिनेश चौबे ,अखिलेश सिंह ,अंजू श्रीवास्तव तथा प्रवीण सिंह चंदेल ने भी अपने विचार रखे .
महिलाओं का सम्मान योगी सरकार की प्राथमिकता , इस प्रकार का प्रस्ताव रखती हुई आशा शर्मा ने योगी सरकार द्वारा महिलाओं को दी गई सारी योजनाओं को एक-एक कर गिनाया. समर्थन में अमृता श्रीवास्तव , सिद्धार्थ सिंह , सुनील मणि त्रिपाठी , डा शिवव्रत सिंह , राजेन्द्र शर्मा ,अभिषेक सिंह ने अपने विचार रखे . वैश्विक पटल पर मातृशक्ति की उड़ान , इस प्रस्ताव को प्रदेश मंत्री आशा सब्बरवाल ने रखा . प्रस्ताव के समर्थन में प्रदेश मंत्रीगण अखंड प्रताप सिंह,, सरजू प्रसाद शुक्ला ,भानु प्रताप सिंह ,प्रेमनाथ दुबे तथा उपेंद्र सिंह ने अपनी बातें रखीं.
मातृशक्ति की प्रदेश मंत्री सुमन सिंह पटेल की अध्यक्षता में प्रीति आर्य ने , मातृशक्ति भारतीय संस्कृति का आधार , प्रस्ताव रखा . समर्थन में वक्ताओं ने मातृशक्ति व भारतीय संस्कृति को एक दूसरे का पूरक बताया . जया शुक्ला , माधवी श्रीवास्तव , संगीता मिश्र ने अपने विचार व्यक्त किए.
प्रदेश मंत्री डॉ . सुमन श्रीवास्तव ने आजादी के महासमर में महिलाओं की भूमिका, विषयक प्रस्ताव रखा. अध्यक्षता किन्नर प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष काजल किरन ने की. प्रस्ताव के समर्थन में गौ रक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण दुबे , सुनीता तिवारी , वीरेंद्र सिंह ठाकुर ,पंकज वालिया ने अपनी बातें रखीं. प्रदेश मंत्री भगवान सिंह यादव , मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि , मातृशक्ति सम्मेलन के बहाने सरयू स्नान , अयोध्या दर्शन तथा रामलला के अलौकिक स्वरूप को नजदीक से निहारने का सौभाग्य मिला . यह अद्भुत क्षण था .
प्रदेश अध्यक्ष संतोष मिश्रा ने सभी बहनों को सम्मानित किया तथा आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा रखती हुईं दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन किया.