शादी में क्या है कन्यादान का महत्व? जानिए सालों से चली आ रही परंपरा का सच

श्री डेस्क : शादी हिन्दू  धर्म में पुरे रस्मों -रिवाज के साथ संपन्न होती है , शादी को हिन्दू धर्म में एक संस्कार के रूप में जाना जाता है।  लड़की के माता पिता अपनी बेटी की शादी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते है।  जो आपने आस पास देखा होंगा। शादी की खास रस्मों में कन्यादान का महत्वपूर्ण भूमिका है. आज इस लेख में हम जानेगे कन्यादान के बारे में।

कन्यादान कैसे करें

दान लेने वाले से दान देने वाला बड़ा होता है और दान देने वाला एक भिखारी के तुल्य होता है. जहां से जनक राजा  ने  जब माता सीता का स्वयंवर किया और कन्यादान कर दिया विदाई का समय आया तो राजा जनक ने कहा कि हे राजा राजन आप अयोध्या के राजा हैं और मैं एक मिथिला फकीर हूं.

आज से यह फकीर अपनी बेटी सीता का दान आपके जेष्ठ पुत्र श्री राम के हाथ कर दिया है अतः हमारी पुत्री सीता से अगर कोई अपराध हो जाए तो उसे नादान समझ कर माफ कर देना इतना कह कर जब राजा जनक राजा दशरथ के पैर पड़े तो राजा दशरथ ने जनक को उठाकर उनके पैर छुए और कहा कि राजा जनक दान देने वाला तो हमेशा दानवीर होता है महान होता है लेकिन दान  लेने वाला एक भिखारी होता है  इसलिए है राजन हम आपकी पुत्री को अपनी बेटी समझ कर रखूंगा कन्यादान कैसे करें कन्या दान करने से पहले याद रखें कि जहां तक हो सके तो सोने की बस तुझसे ही पुत्री का कन्यादान करें और सबसे पहले कन्यादान मां-बाप को करना चाहिए।

उसके बाद कोई भी कर सकता है अगर सोने की कोई वस्तु ना हो तो नाक की चुन्नी ले ले और उससे ही कन्यादन करें कन्यादान चाहे जो करें प्रदान करने के लिए इसमें किसी जात धर्म का कोई मायने नहीं है कन्यादान के लिए कोई भी लड़की किसी भी जात की हो लेकिन उसका पैर पूजन कर सकते हैं और उसका कन्यादान भी कर सकते हैं जिस अंतिम समय में गोदान किया जाता है, गाय माता हमारी मदद करेंगे उसी तरह कन्यादान के करने से हमारी समस्त संकट चले  जाते हैं और काफी परेशानियां नष्ट हो जाती है।

लड़की की विदाई में क्या नहीं देना चाहिए

लड़की की विदाई में कहा जाता है कि घर से झाड़ू नहीं देना चाहिए मिट्टी का चूल्हा क्योंकि लड़की को और झाड़ू को भी इसलिए लड़की के साथ चली जाती है मिर्ची अचार चलनी मिट्टी का चूल्हा क्यों नहीं देना चाहिए क्योंकि यह सब चीजें लड़की की माया ममता मुंह माता-पता दिल से दिल से सब लड़की की यादें खत्म हो जाती है इसलिए यह सब चीजें नहीं देनी चाहिए इस समय सर्दियों का मौसम चल रहा है और शादियों की धूम  भी तेजी से चल रही है।

सर्दियों में शादी के साथ-साथ रखें अपनी सेहत का ध्यान

अपने आप को सर्दियों में शादियों के कामकाज के साथ-साथ अपने आप का भी ध्यान रखें सुरक्षित रखें इसलिए आप लोग साल स्वेटर आज का प्रयोग करें और धूप निकलने पर धूप अवश्य और ठंडी चीजों का जितना हो सके उतना गर्म चीजों का प्रयोग करें और आइसक्रीम कुल्फी जूस ना खाएं और रखें अपनी सेहत का ध्यान।

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