केंद्रीय विद्यालय शिवगढ़ में वर्चुअल कार्यशाला सम्पन्न
- कार्यशाला में दी गई शिक्षा नीति के विविध पक्षों की बारीकियों एवं उपादेयता की जानकारी
शिवगढ़,रायबरेली। जी 20, एनइपी 2020 तथा बुनियादी शिक्षा साक्षरता एवं संख्यात्मकता पर आधारित केंद्रीय विद्यालय शिवगढ़ में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। गौरतलब हो कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, जी-20 राष्ट्रीय शिक्षा नीति और बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता को लेकर देश में तमाम कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। जिसको लेकर शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जनपद स्तर पर जी-20 नई शिक्षा नीति और बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता से संबंधित जनभागीदारी कार्यक्रम के संचालन हेतु केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा कार्यक्रमों की एक रूपरेखा तैयार की गई है।
इस संबंध में विद्यालयों के बच्चों शिक्षकों व अभिभावकों के लिए 1 जून 2023 से 15 जून 2023 तक जन सहभागिता जागरूकता के तहत विविध कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। बीते एक पखवाड़े में जन सहभागिता जागरूकता के तहत आर्ट एवं क्राफ्ट, फिल्म शो, प्रश्नोत्तरी, खिलौना आधारित कहानी प्रतियोगिता, दृश्य-श्रव्य शिक्षण सामग्री, सुलेख, कठपुतली प्रतियोगिता एवं काव्य पाठ का आयोजन किया जा चुका है। जिसके अन्तर्गत बुधवार को वर्चुअल माध्यम से केंद्रीय विद्यालय शिवगढ़ द्वारा एक दिवसीय जी-20 जागरूकता, राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 एवं बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता पर जागरूक करने के लिए एक कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्य विद्यालय के मनोज कुमार के स्वागत भाषण से हुआ तत्पश्चात डॉक्टर कमलाकांत यादव हिन्दी शिक्षक द्वारा कार्यशाला की सामान्य जानकारी, जी 20 की भारत के अध्यक्षता के मायने और बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता के विषय में बताया गया। प्राचार्य मनोज कुमार ने शिक्षा नीति के विविध पक्षों की बारीकियों एवं उनकी उपादेयता के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि नए समय के अनुरूप नई शिक्षा नीति की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।प्रौद्योगिकी के इस युग में नई शिक्षा नीति ने रटने की आदत को समाप्त कर छात्रों को रचनात्मक ढंग से सोचने के लिए प्रेरित कर रही है। प्री स्कूलिंग सिस्टम के द्वारा खेल खेल में शिक्षा को विधिवत ढंग से क्रियान्वित किया जा रह है।
कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए वोकेशनल पाठ्यक्रम उनके व्यक्तित्व में एक नया आयाम जोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि नए शिक्षा नीति के पूरी तरह से लागू हो जाने पर 11वीं में स्ट्रीम की धारणा समाप्त हो जाएगी और छात्र अपनी पसंद के विषयों को पढ़ने के लिए अधिक स्वतंत्र रहेंगे।
कार्यशाला के अंत में प्राथमिक विभाग के शिक्षक सर्वेश कुमार गिरि द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यशाला में अध्यापकों,शिक्षाविदों,छात्रों एवं अभिभावकों ने बड़ी संख्या में वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग कर कार्यशाला को सफल बनाया।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी