Tragic death of three youths in road accident, one serious

सीओ से नाराज पब्लिक  गाड़ी के आगे लेटे ग्रामीण, रोका काफिला

बछरावां (रायबरेली) : महिला की मौत के मामले को लेकर रविवार को ग्रामीण भड़क उठे। सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने जमीन पर लेटकर सीओ व कोतवाल का काफिला रोक लिया। इससे पुलिस कर्मियों के हाथ पैर फूल गए। ग्रामीणों का आरोप है कि मामले को दबाने के लिए ही पुलिस प्रशासन ने आननफानन में बीती देर रात शव का अंतिम संस्कार करा दिया।

मामले में लोगों की पुलिस से नोकझोंक हुई। लोगों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। उनका आरोप था कि पुलिस प्रकरण में कार्रवाई नहीं कर रही है। उधर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक कुमार अग्रवाल व अपर पुलिस अधीक्षक नवीन कुमार सिंह ने गांव पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की पड़ताल की। परिजनों के अलावा ग्रामीणों के बयान दर्ज किए।

उत्तराखंड प्रांत की रहने वाली एक युवती (27) का विवाह बछरावां क्षेत्र निवासी युवक के साथ 2019 में हुआ था। इसके बाद लगातार दोनों में आए दिन विवाद होता रहता था। आरोपी नशे का आदी था। 19 मार्च 2024 को शराब पीकर रात में उसने पत्नी के साथ मारपीट करते हुए घर से भगा दिया था। एक माह में वह दोबारा पति वह उसके परिवार में बातचीत करके दोबारा गांव आ गई। नौ जुलाई 2024 को पति ने नशे में पत्नी के साथ मारपीट की। उसके सिर पर चोट लगने के कारण वह बेहोश हो गई।

11 जुलाई रात लगभग 10 बजे आरोपी बछरावां कस्बे के एक निजी अस्पताल में लेकर गया, परंतु 12 जुलाई को जब पत्नी की हालत में सुधार नहीं हुआ तो लखनऊ जनपद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, वहां 12 जुलाई की रात डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया। मृतक महिला का पोस्टमार्टम लखनऊ में कराया गया।

शनिवार शाम शव गांव पहुंचा तो ग्रामीणों का कहना था कि महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। आरोपियों के खिलाफ ग्रामीण कार्रवाई की मांग करने लगे। सूचना पाकर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीण व पुलिस के बीच शनिवार देर शाम 9 बजे तक नोकझोंक चलती रही। लोगों ने कोतवाली का घेराव किया।

पुलिस ने मृतक महिला के भाई की तहरीर पर मुकदमा लिखने का आश्वासन दिया तो मामला शांत हुआ। शव का अंतिम संस्कार गांव के बाहर खेत में देर रात 11 बजे कर दिया गया। ग्रामीणों में आक्रोश था कि पुलिस ने जबरन रात में महिला अंतिम संस्कार कराया। लोगों में घटना को लेकर आक्रोश था।

रविवार को भी सीओ महराजगंज यादवेंद्र पाल, कोतवाल विजेंद्र शर्मा गांव पहुंचे थे। शाम चार बजे सीओ व कोतवाल जब अपनी गाड़ी से गांव से बाहर निकलने लगे तो लोग आक्रोशित हो गए। पुरुष, महिलाएं और बच्चे एक राय होकर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। कुछ लोगों ने जमीन पर लेटकर सीओ व कोतवाल के काफिले को रोक लिया। इससे हड़कंप मच गया। बाद में कार्रवाई का भरोसा देने पर एक घंटे बाद लोग शांत हुए और सीओ व कोतवाल को जाने दिया। सीओ ने बताया कि पत्नी की हत्या में शामिल पति को गिरफ्तार कर लिया गया है।

मां को देख फफक पड़ी बच्ची
मृतका का शव देर शाम गांव पहुंचा तो जैसे ही सगे संबंधियों ने शव का मुंह खोला तो उसकी दो वर्षीय बेटी फफक कर रोने लगी। बच्ची को लोगों ने शांत करने का प्रयास किया पर वह मां-मां चिल्लाते हुए बेहोश हो गई। कुछ ही देर बाद उसे होश आया। तब सगे संबंधी उसे लेकर दूर गए।

दो सप्ताह पूर्व आरोपी ने बेची थी जमीन
आरोपी ने बीते दो सप्ताह पूर्व 12 बिस्वा जमीन 12 लाख में बेची थी।
इन 12 लाख में भाई, मां व आरोपी पति में जमीन के पैसे का बंटवारा हुआ था। आरोपी ने अपने हिस्से के पैसे से एक ई-रिक्शा खरीदा था और शराब की कई बोतलें घर ले आया था। ई-रिक्शा से घूमता था। होटल से खाना मंगाकर खाता और शराब पीता था। पत्नी के मना करने पर वह मारपीट पर आमादा हो जाता था।

घर में मिलीं शराब की 11 खाली बोतलें
घटना के बाद जब गांव वाले उसके घर के अंदर गए तो कमरे में 11 शराब की खाली बोतलें तखत के नीचे व ऊपर बिखरी हुई पड़ी थी। ऐसे में ग्रामीणों को शक है कि आरोपी पति के अलावा घर पर कई अन्य लोग थे, जो घटना में शामिल थे। ऐसे में उनकी पहचान करके कार्रवाई की जाए।

कहीं जमीन हड़पने की साजिश में तो प्रदर्शन नहीं
महिला की हत्या के मामले में ग्रामीणों के प्रदर्शन करने की वजह कहीं जमीन हड़पने की साजिश तो नहीं है क्योंकि मृतक महिला के परिजनों का कोई विरोध नहीं दिख रहा है। भाई की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी पति को पकड़ भी लिया है। दरअसल, आरोपी की मां की शादी क्षेत्र के ही दूसरे गांव में हुई थी। वह माता-पिता की इकलौती संतान थी। माता-पिता की मौत के बाद वह अपने गांव वापस आकर रहने लगी।

बेटा शराबी निकल गया। वह धीरे-धीरे कर जमीन बेचना लगा। गांव में मकान है, जबकि कुछ जमीन शेष है। ऐसे में पुुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं ग्रामीणों का उग्र होना आरोपी की जायदाद हड़पना तो नहीं है। उसकी उम्र 75 वर्ष से ज्यादा की है। ग्रामीण चाहते हैं कि आरोपी की मां व उसके भाई के खिलाफ भी कार्रवाई हो जाए तो फिर घर पर रहने वाला कोई नहीं होगा।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के सिर में चोट लगने से मौत की पुष्टि हुई है। दुष्कर्म जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। आरोपी पति को जेल भेज दिया गया है। आरोपी नशे का आदी था। इसी वजह से दंपती में अक्सर विवाद होने की बात सामने आई है। प्रकरण की जांच चल रही है।

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