विदर्भ कंप्यूटर सेंटर गरीब छात्रों को निशुल्क कंप्यूटर शिक्षा देने के नाम पर कर रहा छलाव 80% छात्र लाने वाले को मिलेगा प्रवेश परंतु 100% छात्र होते हैं सफल
रिपोर्ट – निशांत सिंह
- छात्रों से निशुल्क एडमिशन के नाम पर लिए आते हैं ₹300-₹300 गरीब भोली भाली जनता को किया जा रहा है गुमराह
रायबरेली: जनपद में लखनऊ से आई संस्था को बता कर एक व्यक्ति अश्विन कुमार नाम का विदर्भ कंप्यूटर सेंटर चला रहा है जो अपने आप को डायरेक्टर कहता है वह प्रतिदिन हर ब्लाक में एक न एक नई नई शाखाये खोलने के नाम पर सोशल मीडिया पर पोस्ट डालता है पोस्टर बैनर लगाकर स्कूल जाकर प्रचार करता है क्षेत्र के भोली-भाली गरीब जनता को गुमराह करके निशुल्क कंप्यूटर के नाम पर पहले आवेदन के नाम पर शुल्क लेता है फिर उसका रजिस्ट्रेशन करता है गरीब बच्चों के माता पिता से कहता है जो जो बच्चे इस परीक्षा में 80% लाएंगे उनको निशुल्क शिक्षा दी जाएगी लेकिन चौकाने वाली बात तो तब समने आती है जब इस कंप्यूटर सेंटर में सभी बच्चों के 100% मे उत्तीर्ण हो जाते हैं ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हम आपको बता दें कि रायबरेली जनपद के डीह ब्लॉक का रहने वाला युवक अश्विन कुमार जो अपने आप को डायरेक्टर कहता है वह आए दिन बच्चों को फ्रॉड करने का एक नया नया नियम से छलावा कर रहा है वह प्रतिदिन हर ब्लाक में एक नए नए कंप्यूटर सेंटर खोलता है फिर वह बच्चों को रजिस्ट्रेशन फीस लेकर रजिस्ट्रेशन करवाता है फिर बच्चों का बकायदा परीक्षा करवाता है फिर कहता है जब बच्चे परिणाम परीक्षा में 80% लाकर उत्तीर्ण होंगे तो उनका निशुल्क एडमिशन किया जाएगा चौंकाने वाली बात तो तब सामने आती है जब यह पता चलता है कि 100% – 100% बच्चे परीक्षा में सफल हो जाते हैं फिर क्या जनाब की बल्ले-बल्ले हो जाती है बच्चों के माता पिता से निशुल्क कंप्यूटर के नाम पर 300-300 ₹ सुविधा शुल्क लिया जाता है कहा जाता है कि निशुल्क सुविधा है लेकिन या पूर्णता गलत है या तो सिर्फ कंप्यूटर सेंटर चलाने का तथा क्षेत्र की भोली-भाली जनता को गुमराह करने का विदर्भ कंप्यूटर का एक नया सिस्टम है जो सूत्रों से मिली जानकारी से निकल के सामने आया है।