बाबा वशिष्ठ मुनि के स्थल पर आल्हा गाती उन्नाव की आल्हा सम्राट नैना देवी
दहिगवां में नैना देवी-भीम सिंह के बीच हुआ महाआल्हा संग्राम
आल्हा सुनकर मंत्रमुग्ध हुए श्रोता ! तालियों की गड़गड़ाहट से किया उत्साहवर्धन
शिवगढ़,रायबरेली : हर साल की तरह जन्माष्टमी के दूसरे दिन शिवगढ़ क्षेत्र के दहिगवां में बाबा वशिष्ठ मुनि बटेश्वर बाबा के पावन स्थल पर 14वां जवाबी आल्हा महासंग्राम उन्नाव की आल्हा सम्राट नैना देवी, बाराबंकी के आल्हा सम्राट भीम सिंह के मध्य सम्पन्न हुआ। दोनों आल्हा गायकों ने वीर रस से ओत प्रोत माडोगढ़ की लड़ाई, महोबा की लड़ाई, पथरिगढ़ की लड़ाई, मछली हरण, उदल और बूंदा की लड़ाई आदि आल्हा गाकर हजारों की संख्या में उपस्थित आल्हा प्रेमियों को तालियों की गड़गड़ाहट से उत्साह वर्धन करने को मजबूर कर दिया। हजारों की संख्या में मौजूद आल्हा प्रेमी आल्हा सुनकर मंत्रमुग्ध हो गए जो आल्हा समाप्त होने तक टस से मस नहीं हुए, तेज बारिश के चलते समय से पूर्व ही आल्हा कार्यक्रम सम्पन्न करना पड़ा। गौरतलब हो कि गत वर्षो की भांति बाबा वशिष्ठ मुनि बटेश्वर बाबा के पावन स्थान पर विशाल जवाबी आल्हा महासंग्राम एवं विशाल भण्डारे का आयोजन
दहिगवां प्रधान पति मनीराम यादव द्वारा किया गया। भण्डारे में हजारों की संख्या में मौजूद आल्हा प्रेमियों ने प्रसाद ग्रहण किया एवं आल्हा कार्यक्रम की परम्परा को बनाए रखने के लिए कार्यक्रम के आयोजक मनीराम यादव के लिए आभार जताया। आल्हा प्रेमियों ने बताया कि ऐसे हर साल सावन भादो के मास में समूचे क्षेत्र में जगह-जगह आल्हा कार्यक्रम का आयोजन होता था, आल्हा सुनने के लिए लोग रेडियो से चिपके रहते थे किन्तु धीरे-धीरे क्षेत्र में आल्हा कार्यक्रम के आयोजन की परम्परा समाप्त होती जा रही हैं। कार्यक्रम में आमंत्रित क्षेत्र के पत्रकारों को प्रधान प्रतिनिधि मनीराम यादव द्वारा अंग वस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर दुर्गेश पाण्डेय, रामशरन दीक्षित, सत्यनारायण बाजपेई,ओम मिश्रा, रघुनंदन, हरिश्चंद्र सिंह, कल्लू सिंह, राजू यादव, इंद्र कुमार लोधी,रमेश रावत, राममिलन, पंकज दीक्षित,अमर सिंह, कुलदीप सिंह,सोनू यादव, अंकित यादव सहित हजारों की संख्या में की संख्या में आल्हा प्रेमी मौजूद रहे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी