झोले में नवजात बच्ची मिलने से मचा हडकम्प
- शिवगढ़ थाना क्षेत्र के पाराकला के जंगल में मिली नवजात बच्ची
अंगद राही /शिवगढ़,रायबरेली। थाना क्षेत्र के पाराकला के जंगल में झोले में नवजात बच्ची मिलने से क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। जिसकी सूचना कुछ ही पलों में क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते कुछ ही देर में मौके पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मौके पर पहुंचे पाराकला गांव के रहने वाले बहलीम दीक्षित ने जिसकी सूचना पुलिस को दी और एंबुलेंस 108 से उसे आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महराजगंज पहुंचाया। जहाँ प्राथमिक उपचार के पश्चात बच्ची को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
बहलीम दीक्षित ने बताया कि पाराकला गांव के रहने वाले पीआरडी जवान हीरालाल महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के सलेथू में रात में ड्यूटी करने गए थे जहां से वे सुबह करीब साढ़े 6 बजे वापस घर लौट रहे थे तभी उन्हे पाराकला के जंगल में एक दुधमुहे बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी। जंगल में बच्चे के रोने की आवाज सुनकर वे रुक गये और देखा तो जंगल में एक झोले के अन्दर साड़ी के टुकड़े में लपेटी नवजात बच्ची रो रही थी,जिसकी जानकारी पीआरडी जवान ने उन्हें दी।
बहलीम दीक्षित ने बताया कि पीआरडी जवान की सूचना पर जब वे मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा थी, जिसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी और एंबुलेंस 108 बुलाकर से बच्ची को सीएचसी महराजगंज पहुंचाया। मौके पर इकट्ठा ग्रामीण 24 घण्टे के अन्दर बच्ची का जन्म होने का अनुमान लगा रहे थे। इस तरह नवजात बच्ची को झोले में भरकर जंगल में फेंके के पीछे चाहे जो वजह रही हो किन्तु ग्रामीण तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। महराजगंज कोतवाल बालेंदु गौतम ने बताया बच्ची को सीएचसी महराजगंज से जिला अस्पताल रेफर किया गया है जहाँ से बच्ची को अनाथालय भेजा जाएगा।
बच्ची को गोद लेने के लिए पहुंच गये दर्जनो लोग
जैसे ही लोगों को जानकारी मिली कि पाराकला के जंगल में एक लावारिस बच्ची मिली है, जिसे इलाज के लिए सीएचसी महराजगंज भेजा गया है। बच्ची को गोद लेने के लिए दर्जनों की संख्या में लोग महराजगंज पहुंच गए। किन्तु बच्ची को सीएचसी महाराजगंज से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। महराजगंज कोतवाल बालेन्दु गौतम ने बताया कि बच्ची को गोद लेने की कार्रवाई अनाथालय से की जायेगी।
