अग्निपथ की आग में जल रहा है पूरा देश, यातायात से लेकर इंटरनेट तक प्रभावित
मोदी सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी रहा। बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और पंजाब समेत कई राज्यों में रेलवे और बसों समेत सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। कई स्टेशनों पर ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी गई और बसों पर पथराव हुए। बिहार में दो, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना में एक-एक समेत कम से चार ट्रेनों में आग लगा दी गई। देश के विभिन्न हिस्सों में आक्रोशित युवाओं की भीड़ ने ईंट-पत्थर फेंके और पटरियों पर धरना दिया।
ट्रेनों के परिचालन पर असर
इस आंदोलन की वजह से ना सिर्फ रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचा, बल्कि रेलवे के ट्रैफिक पर भी खासा असर पड़ा। रेलवे के मुताबिक शुक्रवार को 340 ट्रेनों के परिचालन प्रभावित हुआ। हिंसा की आशंका को देखते हुए 94 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें और 140 यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गईं।वहीं 65 मेल एक्सप्रेस और 30 पैसेंजर ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया। इसके अलावा 11 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया।
बिहार के कई जिलों में इंटरनेट बंद
बिहार में हिंसा कुछ ज्यादा उग्र दिख रही है। बीजेपी के कई नेताओं के घरों पर हमला हुआ और तोड़फोड़ की गई। पटना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के घर पर भीड़ ने हमला किया। बिहार के लखीसराय में नयी दिल्ली-भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस और समस्तीपुर में नयी दिल्ली-दरभंगा बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के डिब्बों में आग लगा दी गई। लखीसराय स्टेशन पर आंदोलनकारी पटरियों पर लेट गए। प्रदेश में 24 FIR दर्ज की गई हैं और अब तक 125 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा की खबरों पर रोक के लिए बिहार के 12 जिलों में 19 जून तक इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। यानी कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिमी चंपारण, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली और सारण ज़िलों में आज से 19 जून तक इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद रहेंगी।