The dilapidated building of the school run by social welfare is inviting death.

समाज कल्याण द्वारा संचालित विद्यालय का जर्जर भवन दे रहा मौत को दावत

पिछले कई वर्षों से जर्जर है प्राथमिक विद्यालय गंगाखेड़ा का भवन

शिवगढ़,रायबरेली :  क्षेत्र के गंगाखेड़ा में समाज कल्याण द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय गंगा खेड़ा के बच्चे जर्जर भवन में पढ़ाई करने को विवश है। विद्यालय का भवन जर्जर हो जाने से बन्द कर दिया गया है। जिसका बरामदा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। आलम यह है कि भवन के छज्जे और छत से गिट्टी प्लाटर टूट टूटकर गिरता रहता है, विद्यालय का क्षतिग्रस्त भवन दुर्घटना को दावत दे रहा है। विद्यालय में कक्षा एक से कक्षा पांच तक पढ़ाई होती है। जिसमें कुल 80 बच्चे नामांकित हैं। विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था न होने से बच्चे एक ही कमरे और बरामदे में बैठने को मजबूर है। साथ ही जर्जर भवन के बरामदे में व कुछ बच्चों को कार्यालय कक्ष में बैठाया जाता है।

अनदेखी से हो सकता है बड़ा हादसा

प्राथमिक विद्यालय की जर्जर इमारत होने की वजह से कभी भी.बड़ा हादसा हो सकता है, जिसका खामियाजा जर्जर इमारत की छत के नीचे पढ़ रहे मासूम छात्रों को भुगतना पड़ सकता है। लेकिन शिक्षा विभाग के अफसरों को इसकी कोई परवाह नहीं है। विद्यालय भवन की जर्जर छत के नीचे पढ़ने वाले मासूम बच्चों के सिर पर हमेशा मौत का साया मडरात रहता है। प्रधानाध्यापक बैजनाथ यादव ने बताया कि विद्यालय में शासन की ओर से सिर्फ एमडीएम की व्यवस्था है ना ही रंगाई पुताई के लिए पैसा मिलता है और ना ही विद्यालय भवन मेंटेनेंस के लिए।

खण्ड शिक्षाधिकारी अनिल मिश्रा ने बताया कि समाज कल्याण विभाग से जर्जर भवन होने का पत्र भेजा गया है। जर्जन भवन में बच्चों को न बैठाने का निर्देश भी जारी किया गया है।

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