सुदामा – श्रीकृष्ण की मित्रता से लेनी चाहिए सीख
- श्रीराम कथा के पांचवे दिन धूमधाम से हुआ भगवान-राम सीता का विवाह
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के सुप्रसिद्ध प्राचीन कालीन श्री बरखण्डी नाथ महादेव मन्दिर परिसर में चल रही श्रीराम कथा के पांचवे दिन कथा व्यास पण्डित नरसिंह दास जी महराज ने भगवान राम और जगतजननी माता सीता जी के विवाह के प्रसंग का सुन्दर वर्णन किया गया। मंगल गीत गाए गए, जिसे सुनकर श्रोता गण भक्ति रस में सराबोर होकर तालियां बजाते हुए झूमते गाते नजर आए।
इस अवसर पर कृष्ण कुमार मिश्र, अनिल शुक्ला, दिनेश गिरि, दिलीप अवस्थी, दिनेश मिश्र, पंकज मिश्र, अमरजीत सिंह, राजू सिंह आदि सैकड़ो श्रोता मौजूद रहे। वहीं ढेकवा में शीतला माता मन्दिर समिति के द्वारा आयोजित श्रीमदभागवत कथा के अन्तिम दिवस पर कथा व्यास पण्डित अनूप तिवारी ने अपनी अमृतमयी वाणी से सुदामा चरित्र का बड़ी सुन्दर वर्णन किया। सुदामा चरित्र के प्रसंग के दौरान कलाकारों द्वारा आकर्षक झाँकी प्रस्तुत की गई।
पण्डित अनूप तिवारी ने कहा कि मित्रता की ऐसी मिशाल सम्पूर्ण विश्व में विरलय ही देखने को मिलेगी, हम सभी को भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की मित्रता से सीख लेनी चाहिए। इस अवसर पर मुख्य यजमान संतोष शुक्ल,सोनू पाण्डेय, धीरज मिश्र, पंकज मिश्र, संजय शुल्क, राकेश शुक्ल, कपूर चंद्र,मान तिवारी, राज बहादुर सिंह आदि सैकड़ो भक्तगण उपस्थित रहे।











