शिवली में चल रही 7 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा सम्पन्न
रिपोर्ट – अंगद राही
शिवगढ़,रायबरेली। शिवगढ़ क्षेत्र के शिवली में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सम्पन्न हुई। आचार्य सुभाष जी महाराज ने अपनी अमृतमयी वाणी से कथा का बखान करते हुए भगवान की लीलाओं एवं भगवान की महिमा, कंस वध,कौरव पाण्डव युद्ध का बहुत ही सुन्दर बखान किया। सातों दिन कथा के बीच में प्रस्तुत भजनों पर भक्ति में झूमते श्रोता आकर्षण का केंद्र बने रहे। आचार्य सुभाष जी महराज ने कथा का बखान करते हुए कहाकि जब भगवान का कारागार में जन्म हुआ तो रात के अधेरे काल में सब पहरेदार सम्मोहन में आ गए। वासुदेव की बेड़ियां खुल गई और वे देवकी के परामर्श अनुसार भगवान श्रीकृष्ण को टोकरी में रखकर यमुना पार कर गोकुल में नन्दग्राम में कन्या से बदल आए। उस समय यमुना पूरे उफान पर थी।
लेकिन भगवान श्रीकृष्ण के पैर का स्पर्श होते ही वह शांत हो गई। नन्द के यहां 75 वर्ष बाद बालक हुआ था तो इस पर नन्दग्राम में खुशियां मनाई गई। उधर, कंस को सूचना दी कि देवकी को आठवां बालक हुआ है तो उसने देवकी से कन्या को छीनकर पत्थर पर पटकना चाहा। लेकिन वह आकाश मार्ग से स्वर्गारोहण कर गई। कंस को बता दिया कि तेरा मारने वाला ब्रज मंडल में अवतरित हो गया है। कथा व्यास ने अनेक सुंदर प्रसंग सुनाते हुए कहा कि सभी अपने परिवार को सुधार लें तो पूरा भारत देश सुन्दर हो जाएगा। इस अवसर पर रमन त्रिवेदी, रमेश त्रिवेदी, दिनेश त्रिवेदी, प्रमोद त्रिवेदी प्रधान प्रतिनिधि शिवली, बबलू त्रिवेदी, सिद्धनाथ त्रिवेदी, राम नरेश त्रिवेदी, राजेंद्र त्रिवेदी ,राम प्रकाश त्रिवेदी, शैलेंद्र त्रिवेदी सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।