मठ मजरे दहिगवां में शिवलिंग की स्थापना कर की गई प्राण प्रतिष्ठा
- शिव चालीसा का पाठ करने से दूर हो जाते हैं कुंडली में छुपे दोष
शिवगढ़,रायबरेली। नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी के पावन अवसर पर शिवगढ़ क्षेत्र के मठ मजरे दहिगवां में मंत्रोच्चारण के साथ विधि विधान पूर्वक शिवलिंग और नन्दी की पूजा अर्चना कर प्राण प्रतिष्ठा की गई। गौरतलब हो कि सोमवार को नवरात्रि की अष्टमी के पावन अवसर पर मठ मजरे दहिगवां में कृष्ण कुमार वैद्य के यहां मंत्रोच्चारण के साथ हवन पूजन कर शिवलिंग और नन्दी की स्थापना कर प्राण प्रतिष्ठा की गई।
शिवलिंग की स्थापना होते ही भक्तों द्वारा लगाये गये भोलेनाथ एवं हर-हर महादेव के जयकारों से आस-पास का क्षेत्र गूंज उठा। मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ की पूजा आराधना करने से भक्तों के बड़े से बड़े कष्ट दूर हो जाते हैं और उन्हें शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। सोमवार के दिन शिवजी की पूजा में यदि शिव चालीसा का पाठ किया जाए तो इससे कुंडली के सभी दोष भी दूर हो जाते हैं। सोमवार का दिन भगवान शिवजी की पूजा के लिए श्रेष्ठ माना गया है।
इस दिन भगवान शिव की पूजा-आराधना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। भगवान शिव पर आधारित 40 छंदों में बनी शिव चालीसा काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। यदि आप महादेव की विशेष कृपा प्राप्त करना चाहते हैं और प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो सोमवार के दिन पूजा में शिव चालीसा का पाठ जरूर करें। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक राहुल, जिला प्रचारक अमरजीत, जिला धर्म जागरण संयोजक रामजी, जिला प्रचार टोली सदस्य अंगद राही, नाड़ी विशेषज्ञ एवं आयुर्वेदाचार्य वैद्य एस.एल. शास्त्री, नाड़ी विशेषज्ञ वैद्य राजकुमार, हिमांशु, अमन, रामकरन, अनिल कुमार, श्यामकली, गरिमा, शनी, दिवाकर आदि भक्तगण मौजूद रहे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी