Painful death of husband and wife due to electrocution.

फर्राटा में उतरे करेंट की चपेट आने से पति पत्नी की दर्दनाक ,मौत।

नसीराबाद थाना क्षेत्र के रायपुरटोड़ी गांव की घटना।

नसीराबाद रायबरेली : फर्राटा पंखे में उतरे करंट की चपेट में आने से बुजुर्ग दंपति की दर्दनाक मौत हो गई।भीषण गर्मी के चलते फर्राटा पंखे की सीधी हवा पाने के लिए पत्नी उसे अपनी तरफ घुमा रही थी।इस दौरान उसमें उतरे करंट के झटके से वो पंखे समेत जमीन पर गिर गई।पंखे समेत जमीन पर गिरी पत्नी की आवाज सुनकर पास में सो रहा पति उसे बचाने के लिए दोडा और भी करंट के चपेट में आ गया। जिससे पति पत्नी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी । सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवो को कब्जे मे लेकर पी एम के लिए भेज दिया। रविवार की रात करीब दस बजे नसीराबाद थाना क्षेत्र के रायपुरटोड़ी गांव निवासी धनराजा पत्नी रामकेश (50) भीषण गर्मी के चलते फर्राटा पंखे को अपने तरफ घुमा रही थी।इसी दौरान महिला करंट के चपेट में आ गई और पंखा सहित जमीन पर जा गिरी।आवाज सुनकर पास में सो रहा पति रामकेश मौर्य पुत्र शिवमंगल (55) पंखे को उठाना चाहा तो वह भी करंट के चपेट में आ गया और बुरी तरह झुलस गया। वहीं घर में कोई और सदस्य ना होने के कारण प्राथमिक उपचार न होने से पति पत्नी की दर्दनाक मौत हो गई। सुबह जब ग्रामीण मृतक को मंदिर जाने के लिए बुलाने उसके घर गए तो घटना की जानकारी मिली। घटना सूचना मिलते ही थानेदार राजेश कुमार मौर्या पुलिस फोर्स साथ मौके पर पहुंचें और दोनों शवों को कब्जे में लेकर पीएम के लिए रायबरेली भेज दिया।बुजुर्ग दंपति अपने पीछे तीन बेटे बनवारी (35) रामकरन (32) विपिन (30)और चार बेटियां संगीता,नीशा,शीला व सोभना को पीछे छोड़ गए। चारों बेटियों की शादी हो चुकी है।वही तीनों बेटों की भी शादियां हो चुकी है। और तीनों बेटे रोजी रोजगार के सिलसिले में अपने परिवार के साथ दिल्ली शहर में रहते है।पति पत्नी की एक साथ हुई मौत से पूरे गांव मे हड़कंप मच गया।इस घटना को सुनकर हर कोई हतप्रभ है। इस सम्बन्ध मे थाना प्रभारी राजेश कुमार मौर्या ने बताया कि करंट की चपेट में आने से बुजुर्ग दंपति की मौत हो गई है।मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा कर शव को पीएम के लिए भेजा गया है।

परिवार का कोई होता पास तो बचाई जा सकती थी बुजुर्ग दंपति की जान।

घटना बीते रविवार की रात की है।जहां बुजुर्ग दंपति की चारों बेटियां संगीता,नीशा,शीला और शोभना अपने अपने ससुराल में थी।वहीं तीनों बेटे बनवारी,रामकरन और विपिन भी मजदूरी के सिलसिले से परिवार समेत दिल्ली शहर में रहते है।बुजुर्ग पेशे से किसान था।घर में सिर्फ पति पत्नी ही रहते थे।घटना के समय करंट की चपेट में आकर दंपति गंभीर रूप से झुलस गए थे।वहीं लोगों का कहना है कि घटना के समय यदि परिवार का कोई सदस्य पास में होता तो समय रहते इलाज मिल जाता और शायद पति पत्नी की जान बचाई जा सकती थी।

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