सयंमित दिनचर्या के नियम : क्या खाएं, क्या न खाएं
सयंमित दिनचर्या : क्या खाएं, क्या न खाएं
- बांसी मांस नहीं खाना चाहिए।
- तुरंत का जमा हुआ दही ना खाएं ।
- रात भर में खट्टे फल अचार आदि ना खाएं।
- सूर्य की ओर मुंह करके पेशाब नहीं करना चाहिए
- बरगद पीपल देव मंदिर नदी व श्मशान में पेशाब न करें।
- भोजन करते समय क्रोध नहीं करना चाहिए।
- दही और मूली एक साथ नहीं खाना चाहिए ।
- लौकी और उड़द की दाल एक साथ नहीं खानी चाहिए ।
- मछली व दूध एक साथ नहीं खाना चाहिए।
- बच्चों के सामने गुप्त बातें अश्लील बातें नहीं करना चाहिए बच्चों पर इसका गलत प्रभाव पड़ता है।
- पड़ोसी तथा वृद्ध जनों से सम्मान देते हैं बात करें ।
- किसी चिकित्सक वैद्य से भूलकर कभी बैर ना करें।
- रोग और दुश्मन को कभी छोटा ना समझें ।
- इच्छा ना होने पर यात्रा न करें ।
- मनुष्य को नियमों का पालन करके ही अपना जीवनयापन करना चाहिए।
- अनियमित रहने वाला मनुष्य जानवर से भी गया गुजरा होता है क्योंकि जानवर तो नसमझ है लेकिन मनुष्य तो समझदार होते हैं क्योंकि मनुष्य का दाना खाते हैं जानवर तो चारा भूसा खाते लेकिन मनुष्य जिस तरह से खाना खाएगा उसकी उसी तरह की सोच रहेगी। इसलिए मनुष्य को हर परंपराओं को निभाना चाहिए और हर छोटे-बड़े को सम्मान करना चाहिए क्योंकि रिश्ते नाते तो मनुष्य के लिए ही बनाए गए हैं क्योंकि जानवरों का तो किसी से कोई रिश्ता ही नहीं होता है।











