शव का अंतिम संस्कार से इन्कार, पुलिस से नोकझोंक
राही (रायबरेली) : दरोगा व सिपाही की धमकी के बाद किसान की मौत के मामले को लेकर बुधवार को भी बेलाखारा गांव के लोगों में आक्रोश रहा। परिजनों ने किसान के शव का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। दरोगा व सिपाही के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग पर अड़ गए।
घटना को लेकर भाजपा नेता की पुलिस कर्मियों से तीखी नोकझोंक हुई। घंटों हंगामा और विरोध प्रदर्शन होता रहा। एसपी ने सीओ से प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई का भरोसा दिया तो परिजन शांत हुए। पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार हुआ।
भदोखर थाना क्षेत्र के बेलाखारा गांव निवासी रमेश कुमार (52) की सोमवार की रात मौत हो गई थी। पत्नी जगदेई ने आरोप लगाया था 28 जुलाई को पड़ोसियों ने उसके देवर के साथ मारपीट की थी। देवर ने मारपीट का केस थाने में दर्ज कराया था। पुलिस जांच के नाम पर उल्टा हम लोगों को परेशान कर रही थी।
सोमवार शाम भदोखर थाने में तैनात एक दरोगा व सिपाही घर आए पति को धमकी दी कि 10 हजार रुपये दो, वरना जेल भेज देंगे। इससे उनके पति घबरा गए और रात में मौत हो गई। पीडि़ता ने दरोगा व सिपाही के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की देर रात किसान का शव गांव पहुंचा था।
सुबह किसान के शव का अंतिम संस्कार करना था। दरोगा व सिपाही के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर परिजनों नेे शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। मृतक किसान की पत्नी जगदेई ने बताया कि उन्हें इंसाफ चाहिए। एसपी अभिषेक कुमार अग्रवाल ने फोन से पीड़ित परिवार से बात की और न्याय दिलाने की बात कही। इस पर लोगों ने शव का अंतिम संस्कार किया। सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक गांव में विरोध प्रदर्शन हुआ।
पुलिस की ज्यादती बर्दाश्त नहीं : अनीता
भाजपा नेता अनीता श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस की ज्यादती के चलते एक किसान की मौत हो गई। दरोगा व सिपाही के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि दरोगा व सिपाही पर कार्रवाई नहीं की गई तो यह मामला मुख्यमंत्री के पास जाकर उठाया जाएगा।
परिजनों को समझाकर शांत कराते हुए किसान के शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। दरोगा व सिपाही की भूमिका की जांच कर रहे हैं। जल्द ही रिपोर्ट एसपी को सौंप देंगे। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।