हर साल की तरह सीईएल ने सक्षम कार्यकर्ताओं को दीपावली का तोहफा देकर किया सम्मानित
- सीईएल की वैज्ञानिक सलाह एवं तकनीकी सहयोग से यूपी में खिलखिला रहा बचपन
शिवगढ़,रायबरेली। पिछले 19 वर्षों से नवजात शिशुओं एवं माताओं की सम्मानजनक देखभाल करके उन्हे नया जीवनदान देती चली आ रही कम्युनिटी एंपावरमेंट लैब सक्षम शिवगढ़ द्वारा हर वर्ष की तरह इस बार भी सक्षम कार्यकर्ताओं एवं सीईएल परिवार से जुड़े सभी लोगों को एक समान बैठा माथे पर अक्षत रोली का टीका लगाकर एवं आरती उतारकर उन्हे ससम्मान उपहार में हॉकिंस का कुकर एवं ब्रांडेड डिनर सेट देकर सम्मानित किया गया। सीएल के संस्थापक डॉ.विश्वजीत कुमार, सीईओ आरती कुमार द्वारा शुरु की गई सीईएल टीम के सम्मान की परम्परा पिछले 19 वर्षों से अनवरत रूप से चली आ रही है।
दीपावली का उपहार पाकर सभी के चेहरे खुशी से खिल उठे। गौरतलब हो कि कम्युनिटी एंपावरमेंट लैब सक्षम शिवगढ़ की वैज्ञानिक सलाह एवं तकनीकी सहयोग से आज उत्तर प्रदेश में 231 एमएनसीयू संचालित है। सीईएल के सार्थक प्रयासों एवं एनएचएम और राज्य सरकार के समन्वित सहयोग से यूपी में दिन-ब-दिन एमएनसीयू की संख्या बढ़ती जा रही है।
मां अथवा असमय जन्मे कम वजन के अपरिपक्व (लोबर्थ वेट बेबी) नवजात शिशु का स्वास्थ्य खराब होने पर मां और शिशु को अलग न करके एमएनसीयू में दोनों को एक साथ रखकर दोनो की नि:शुल्क सम्मान जनक एवं वीआईपी देखभाल की जाती है। यूं कहा जाए की एमएनसीयू कम वजन के नवजात शिशुओं और माताओं के लिए वरदान साबित हो रहे हैं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। सीईएल, एनएचएम एवं राज्य सरकार के समन्वित सहयोग से आज यूपी में चल रही केएमसी क्रांति से बचपन खिलखिला रहा है।
सीईएल के संस्थापक डॉ.विश्वजीत कुमार और सीईएल की सीईओ आरती कुमार की सोंच है कि हर नवजात शिशु को त्वचा से त्वचा संपर्क, स्तनपान और उसका अधिकार मिले। इसके साथ ही सीईएल टीम के सदस्यों के समन्वित सहयोग से हर बार कड़ाके की ठण्ड में हजारों गरीब,बेसहारा, वृद्धों, दिव्यांगों एवं जरूरतमंदों को कंबल देकर सहायता प्रदान की जाती है। यही कारण है कि आज सीईएल के सामाजिक सरोकारों की चर्चा हर जुबान पर रहती है।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी