सभी दुखों के नाशक है गुरू और भगवान: कृष्णानंद भारती
रिपोर्ट- मुन्ना सिंह
- बीजापुर भागवत्कथा में बोले कथा वाचक, श्रोता हुए भाव विभोर
बाराबंकी : विकास खण्ड अन्तर्गत बीजापुर गांव निवासी सुरेन्द्र बहादुर सिंह चारो धाम यात्रा के पश्चात शनिवार को अपने आवास पर कलश यात्रा के पश्चात श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जिसके कथा वाचक परम पूज्य गुरुदेव कृष्णानंद भारती (गेरावां मठ प्रमुख) है।
भागवत् कथा में आज प्रथम दिन कथा वाचक कृष्णानंद भारती ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की कथा सुनाते हुए पंडाल में मौजूद शो्रताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। उन्होने कहा कि भगवान की लीला अपरंपार है वह कब क्या करते है किसी को कुछ नही पता वह अन्र्तयामी है जो मनुष्य भगवान और गुरू के सानिध्य में रहता है।
वह कभी दुखी नही रहता क्योंकि गुरू सत्य की राह पर चलना सिखाता है और अपने शिष्य को ज्ञान पिरो कर ज्ञानी बनाता है उसे चलना सिखाता है और जब उसके पास ज्ञान की प्राप्ति हो जाती है और बताए गये राह पर चलता है तभी उसके दर्शन प्रभु से संभव हो पाता है और उसकी हर इच्छाओं की पूर्ति होती है, इस लिए गुरू के ज्ञान के बिना कुछ संभव नही है, लिखा है गुरू गोबिंद दोउ खड़े काके लागू पाय बलिहारि गुरू आपने गोबिन्द देव बताए।
उन्होने आगे कहा कि जब जब धरा पर असुरो और अधर्मियों का अवतार हुआ है तब तब भगवान किसी किसी ना किसी रूप में अवतार लेकर असुरों का संघार कर अपने भक्तों की रक्षा करने का काम किया है। यजमान सुरेन्द्र बहादुुर सिंह ने बताया कि उक्त कथा रात 08 बजे से प्रारंभ होकर रात 11 बजे समापन होता है।
कथा के प्रथम दिवस पर पर मुख्य रूप से पत्रकार नृपेन्द्र तिवारी जिला महासचिव भाकियू राष्ट्रयतावादी, मीडिया प्रभारी संतोष सिंह, मनोज सिंह, नरेंद्र बहादुर सिंह, रणधीर सिंह, अजय सिंह, बृजेश सिंह, एलआईसी एजेंट प्रमोद सिंह, राहुल सिंह शिरीष पंडित, पूर्व प्रधान बरसाती सहित गांव तमाम लोग व क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक मौजूद रहे।