मनरेगा मजदूरों के पैसे से मालामाल हो रहे रोजगार सेवक,लाखों की मजदूरी निकाल लेने का मामला
टी. पी यादव /महराजगंज रायबरेली : विकास खण्ड क्षेत्र की ताजुद्दीन ग्राम सभा में रोजगार सेवक द्वारा फर्जी ढंग से मनरेगा योजना के तहत लाखों की मजदूरी निकाल लेने का मामला प्रकाश में आया हैैैै। मामले में गांव के लोगो द्वारा तहसील दिवस में शिकायत कर पूरे मामले की जांच कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग की परन्तु विकास खण्ड में बैठे उच्च अधिकारियों ने मामले में साठ गांठ कर मामले को दबा दिया। इतने बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्यवाही न होता देख एक बार फिर शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है।
ताजुद्दीन ग्राम सभा के ग्रामीणों द्वारा 20 फरवरी 2024 को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायती पत्र देकर ग्राम पंचायत में तैनात रोजगार सेवक देवनाथ पर मनरेगा योजना के तहत निकाली गयी मजदूरी में व्यापक धांधली का आरोप लगाया। जिसमें ग्रामीणों ने श्रृमदान से गांव कराये गये अनेक कार्यों का फर्जी भुगतान कराने सहित प्रधानमंत्री आवास योजना की मजदूरी में भी घालमेल करने की शिकायत की थी। यही नही मामले में खण्ड विकास अधिकारी वर्षा सिंह व उपजिलाधिकारी राजित राम गुप्ता से भी शिकायत की गयी। मामले में खण्ड विकास अधिकारी द्वारा पूरी जांच को ठंढे बस्ते में डाल भ्रष्टाचारी कमर्चारी से सांठ गांठ कर ली गयी। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब कार्यवाही न हुई तो एक बार फिर शिकायतकर्ता द्वारा जिलाधिकारी को पत्र देकर जांच की मांग की गयी है। जो कि क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है लोगो का कहना है कि मौके पर जांच करने आये अधिकारियों को ग्रामीणों द्वारा व्यापक स्तर पर साक्ष्य व शपथ पत्र उपलब्ध कराने के बाद कार्यवाही न होना भृष्टाचार को बढ़ावा देना प्रतीत हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व भी रोजगार सेवक देवनाथ द्वारा इसी तरह से बिना ग्राम प्रधान की जानकारी के फर्जी हस्ताक्षर का पैसा निकालने का मामला चर्चा में आया था।