फॉल्ट से बिजली गुल, पांच लाख आबादी बेहाल
गदागंज-सरेनी (रायबरेली) : रायबरेली जिले में बेपटरी बिजली आपूर्ति से लोगों का हाल बेहाल है। मंगलवार रात व बुधवार को लाइनों में फॉल्ट से बिजली गुल रही। कहीं छह तो कहीं 12 घंटे बिजली गुल रही। इससे पांच लाख आबादी को बिजली संकट से जूझना पड़ा।
बिजली कटौती से खफा लालगंज के व्यापारियों ने एसडीएम नवनीत शुक्ल और पावर कॉर्पोरेशन के अधिशासी अभियंता दयाशंकर को ज्ञापन सौंपा और बिजली आपूर्ति की मांग की। लालगंज विद्युत उपकेंद्र से जुड़े गांवों को 18 घंटे में बमुश्किल 10 घंटे बिजली मिल रही है। मंगलवार रात दो बजे बिजली गुल हो गई। बुधवार को दोपहर 12 बजे बिजली आई।
बिजली नहीं आने से किसान पानी के अभाव में धान की रोपाई नहीं कर पाए। सुबह पेयजल की समस्या से जूझना पड़ा। सबसे ज्यादा फॉल्ट उपकेंद्र से निकले मधुकरपुर फीडर में रही। उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष राहुल भदौरिया बताया कि लाइनों में फॉल्ट और अघोषित कटौती से आए दिन बिजली गुल रहती है।
राहुल गुप्ता ने कहा कि कई बार अधिकारियों से शिकायत के बाद भी आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ।
अंडरग्राउंड केबल जली, छह घंटे गुल रही बिजली
गदागंज-सरेनी (रायबरेली)। विद्युत उपकेंद्र गदागंज की 33 केवी लाइन में फॉल्ट से 60 गांवों की बिजली गुल रही। इससे 22 हजार उपभोक्ता गर्मी और उमस से बेहाल रहे।
डलमऊ ट्रांसमिशन से गदागंज उपकेंद्र जाने वाली 33 केवी लाइन पखरौली गांव के पास जल गई। इससे मंगलवार रात नौ बजे से तड़के तीन बजे तक बिजली गुल रही। रात में कर्मचारियों ने टीम के साथ जली केबल को ठीक करके बिजली आपूर्ति बहाल कराई। अवर अभियंता नितीश दुबे ने बताया कि 33 केवी लाइन में फॉल्ट आया था। रात में केबल को ठीक करके बिजली आपूर्ति बहाल करा दी गई।
इसी तरह सरेनी ब्लॉक क्षेत्र में मंगलवार हल्की बारिश से बिजली आपूर्ति बेपटरी हो गई। मंगलवार रात एक बजे बिजली चली गई। बुधवार को सुबह भी बिजली नहीं आई। इससे लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ा। 12 घंटे बाद दोपहर एक बजे आने पर लोगों ने राहत की सांस ली। अवर अभियंता कृपाशंकर यादव ने बताया कि लाइन में खराबी आई थी। फाल्ट ठीक कराकर बिजली बहाल करा दी गई।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी