द्रौपदी मुर्मू ने यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया, जानिए राष्ट्रपति चुनाव की बड़ी बातें
द्रौपदी मुर्मू देश की अगली राष्ट्रपति चुनी गई हैं। वे 25 जुलाई को देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी। Draupadi Murmu का राष्ट्रपति चुना जाना कई मायनों में अहम है। Draupadi Murmu के आदिवासी समुदाय से होने का लाभ न केवल भाजपा को राष्ट्रपति चुनाव में देखने को मिला है, बल्कि गुजरात, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों और अगले लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को इससे लाभ उम्मीद है। वहीं राष्ट्रपति चुनाव में कई राज्यों में क्रास वोटिंग भी हुई है। इससे विपक्ष की दरार भी खुलकर सामने आ गई है। आंकड़ों के मुताबिक, 17 सांसदों के अलावा विभिन्न राज्यों में करीब 125 विधायकों ने भी अपने दलों के रुख के विपरीत जाकर मुर्मू के पक्ष में वोटिंग की। असम, झारखंड और मध्य प्रदेश के विपक्षी दलों के विधायकों ने अच्छी खासी संख्या ने राजग प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया। माना जा रहा है कि असम के 22, मध्य प्रदेश के 20, बिहार और छत्तीसगढ़ के छह-छह, गोवा के चार और गुजरात के 10 विधायकों ने क्रास वोटिंग की।
यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया
स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति निर्वाचित होने का इतिहास रच दिया है। राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू ने संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया। तीसरे राउंड में ही बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी मुर्मू ने कुल 64 प्रतिशत मत प्राप्त किए। विपक्षी खेमे के करीब 17 सांसदों के अलावा बड़ी संख्या में विधायकों ने भी राजग प्रत्याशी के पक्ष में क्रास वोटिग की। बहुमत का आंकड़ा पार करते ही मुर्मू को बधाई देने का तांता लग गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले मूर्म को उनके निवास पर जाकर बधाई दी और ट्वीट करते हुए कहा कि जब 1.3 अरब भारतीय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तब पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में जन्मी आदिवासी समुदाय की भारत की एक बेटी हमारी राष्ट्रपति बनी है। भारत ने इतिहास रच दिया है। मुर्मू का जीवन एक प्रेरणा है।
आंध्र से पूरे वोट Draupadi Murmu को: आंध्र प्रदेश से पूरे वोट राजग प्रत्याशी के खाते में गए। वहीं केरल से एक विधायक के अतिरिक्त सभी वोट विपक्ष के प्रत्याशी सिन्हा को मिले। मतों के आधार पर देखें तो मुर्मू को उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से सर्वाधिक मत मिले, जबकि सिन्हा को बंगाल और तमिलनाडु से सबसे ज्यादा मत मिले।
राष्ट्रपति चुनाव की बड़ी बातें
– 64 प्रतिशत मत प्राप्त कर यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया, तीसरे राउंड में स्पष्ट हो गई थी जीत
– 4,754 सांसदों एवं विधायकों ने वोट डाले
– 4,701 वोट वैध पाए गए
– 53 वोट अमान्य पाए गए
– 10,56,980 रहा कुल वैध मतों का मूल्य
– 6,76,803 वोट द्रौपदी मुर्मू को मिले, यह कुल मतों का 64 प्रतिशत है