अयोध्या में हार शर्मिंदगी है, यूपी पॉलिटिक्स में अब कौन सा गियर बदलेगी भाजपा?
श्री डेस्क ,BJP Ayodhya News: 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. एनडीए सरकार बनने जा रहा है. हालांकि भाजपा को अपने दम पर पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. उसे जेडीयू और टीडीपी जैसे सहयोगियों के साथ की जरूरत पांच साल रहेगी. सबसे बड़ा झटका यूपी में लगा, जहां भगवा दल अयोध्या सीट भी हार गया.
UP Lok Sabha Chunav 2024: जिस तरह से भाजपा ने मिशन 2024 की तैयारी की थी और 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन हुआ, भगवा दल को उम्मीद थी कि दो महीने बाद उसके पक्ष में धुआंधार वोट पड़ेंगे. हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ. भाजपा की न सिर्फ लोकसभा में सीटें घटी हैं बल्कि वह अयोध्या यानी फैजाबाद सीट भी हार गई. यह भाजपा के लिए हार से कहीं ज्यादा बड़ी शर्मिंदगी है. सपा ने यहां अपनी साइकिल दौड़ा दी. अयोध्या क्यों हारे, इसकी तो कई वजह गिनाई जा रही है लेकिन यूपी में ऐसी कई महत्वपूर्ण सीटें भाजपा के हाथ से फिसल चुकी हैं. अब वक्त भाजपा के लिए आत्ममंथन और चिंतन का है.
जिस हिंदू वोटबैंक के सहारे भाजपा के नेता खुलकर अल्पसंख्यकों की बातें कर रहे थे, उसको भी शायद ये सब अच्छा नहीं लगा. लोकसभा चुनाव प्रचार में जब सरकार को अपने 10 साल का रिपोर्ट कार्ड देना था, भाजपा के नेता मुस्लिम, मटन, चिकन, मछली और मंगलसूत्र की बातें करते रहे. एक और बड़ी बात. योजनाओं के लाभार्थियों को अपना वोटबैंक समझना भी थोड़ा ज्यादा हो गया. बड़बोलेपन में नेता भूल गए कि जनता ही मालिक है. जनता को सुविधाएं देना सरकार का फर्ज होता है, यहां कोई एहसान की बात नहीं होती है.
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